Book Title: Shrutsagar Ank 2013 12 035
Author(s): Mukeshbhai N Shah and Others
Publisher: Acharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba

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Page 26
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २४ दिसम्बर - २०१३ [३] नंदिरलगणि - तेमनुं गृहस्थावासनुं नाम आंबाक [हुलामणुं नाम - नानाक] हतुं. अमदावादना बादशाह अहमदशाहना प्रीतिपात्र संघवी गुणराज ओसवालना तेओ नाना भाई हता. आ. ज्ञानसागरसूरिजीना उपदेशथी वैराग्य पामी आंबाके सोमसुंदरसूरिजी पासे दीक्षा ग्रहण करी हती. तेमनुं नाम 'मुनि नंदिरत्न' पाड्युं हतुं. क्यांक एमनुं बीजुं नाम 'पं. नानारत्नगणि’ एवू पण मळे छे. सं. १४६५मां मुनिसुंदरसूरिजीना वरदहस्ते एमने उपाध्यायपद मळ्युं हतुं. तेमनी शिष्यपरंपरामा उपा. रत्नमंडन गणि, उपा. रत्नमंदिरगणि थया हता. उपा. रत्नमंडन गणिए सुकृतसागर ग्रंथ बनाव्यो हतो. [४] पं. रत्नमंदिर गणि - प्रस्तुत कृतिमां कर्ताए पोताना जीवनकथा संबंधी कृतिरचना-स्थळ के समय वगेरे संबंधी कोई नोंध आपी नथी. मात्र आ. सोमसुंदरसूरिजीने पोताना दीक्षा दाता गुरुदेव तरीके अने 'पं. नन्दीरत्नगणिने पोताना विद्यादाता गुरु तरीके जणाव्या छे. अने आ. रत्नशेखरसूरिजीने पोताना पददाता गुरु तरीके जणाव्या छे. [श्लोक. २] एमनी रचेली अन्य कृति 'उपदेशतरंगिणी'मां पण तेमना चरित्र विशे विशेष कोई उल्लेख प्राप्त थतो नथी. मात्र गुरु तरीके पं. नन्दीरत्न गणितुं नाम छे. केटलाक विद्वानो पं. रलमंदिर गणि अने रत्नमंडन गणिने एक ज व्यक्ति माने छे. ज्यारे केटलाक बंनेने भिन्न माने छे जैन सत्यप्रकाश वर्ष १०-११ नां एमना विषे घणी चर्चा थइ छे. विशेष तेमांथी वांची लेवू. - नोंध : प्रस्तुत कृतिनी हस्तप्रतमां अपायेल टीप्पणोना कर्ता कोण छे ते अंगे कोई नोंध प्राप्त थती नथी. छतां टीप्पणना शब्द प्रयोगो परथी तेओ प्रायः १५मी के १६मी सदीमां ज थया हशे. अथवा कर्तानी पोतानी ज टिप्पणो पण होइ शके एम पण बने. पालीताणा शेषकाळ दरम्यान रहेवानुं थयुं हतुं. त्यारे एकवार विद्वद्वर्य प. पू. उपाध्याय श्रीभुवनचंद्रविजयजी. म. नी आंगळीए श्री वीरबाई पाठशाळा ज्ञानमंदिरनो भंडार जोवा जवानुं थयुं हतुं. ए वखते एमणे केटलाक ग्रंथोनी प्रतिलिपि झेरोक्ष] करावी हती. एमांथी एमणे केटलीक नकलो अमने पण आपी हती. तेमांनो ज एक ग्रंथ आजे संपादित थयो छे. तेथी अमने आ श्रुतसेवामां जोडनारा पू. उपाध्यायजी महाराजना अमे खूब खूब ऋणी छीए. साथे ए संस्थाना कार्यवाहकोनो तेमज अमने ए कार्यमा सहाय करनार हंसराजभाई मैसुरी, मुलुंडनो पण अमे आभार मानीए छीए. For Private and Personal Use Only

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