Book Title: Shatrunjayatirthoddharprabandha
Author(s): Jinvijay
Publisher: Shrutgyan Prasarak Sabha

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Page 69
________________ ६६ कविवर लावण्यसमय की प्रशस्त्यनुसार कर्मासाह का कौटुम्बिक परिवार । तोलासाह ( पत्नी - लीलू) रत्ना साह पोमा साह गणा साह दशरथ ( स्त्री रज़मलदे) (पद्मादे-पाटमदे ) ( गउरदे - गारवदे) (देवलदे - टूरमदे) ་་་་་)པ་པ།་ (पाटे-घाटम श्रीरंग देवा कोल्हा पुत्री सुहवी माणिक हीरा बाई सोभा बाई सोना Jain Education International 2010_02 भोजा साह (भावलदे - हर्षमदे) श्रीमण्डन कर्मासाह (कपूरदे - कामलदे) भीषजी बाई मना * विवेकधीर गणि ने प्रबन्ध में पांच ही भाइयों का उल्लेख किया है । गणासाह का नाम नहीं लिखा । ईससे ज्ञात होता है कि प्रतिष्ठा के समय गणा साह विद्यमान न होगा । इसके पहले ही उसका स्वर्गवास हो गया होगा । बाई पा For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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