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कविवर लावण्यसमय की प्रशस्त्यनुसार कर्मासाह का कौटुम्बिक परिवार ।
तोलासाह ( पत्नी - लीलू)
रत्ना साह पोमा साह
गणा साह
दशरथ
( स्त्री रज़मलदे) (पद्मादे-पाटमदे ) ( गउरदे - गारवदे) (देवलदे - टूरमदे)
་་་་་)པ་པ།་
(पाटे-घाटम
श्रीरंग
देवा
कोल्हा
पुत्री सुहवी
माणिक हीरा
बाई सोभा बाई सोना
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भोजा साह
(भावलदे - हर्षमदे)
श्रीमण्डन
कर्मासाह
(कपूरदे - कामलदे)
भीषजी
बाई मना
* विवेकधीर गणि ने प्रबन्ध में पांच ही भाइयों का उल्लेख किया है । गणासाह का नाम नहीं लिखा । ईससे ज्ञात होता है कि प्रतिष्ठा के समय गणा साह विद्यमान न होगा । इसके पहले ही उसका स्वर्गवास हो गया होगा ।
बाई पा
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