Book Title: Sambodhi 2003 Vol 26
Author(s): Jitendra B Shah, N M Kansara
Publisher: L D Indology Ahmedabad
View full book text
________________
Vol. XXVI, 2003
आवृत्ति अधिकरण-धर्म; पृ. ५५८, ५७१. ४ वेद: स्मृतिः सदाचारः स्वस्य च प्रियमात्मनः ।
एतच्चतुर्विधं प्राहुः साक्षाद्धर्मस्य लक्षणम् ॥ २१२ ॥
रामचन्द्रः । वेदः वेदोक्त धर्मः स्मृतिः स्मृत्युक्त धर्मः सदाचारः सतामाचारः आत्मनः स्वस्य च यत्प्रियं तद्यथा बन्धोः आत्मनश्च प्रियं यत् । चकार - समुच्चये ।
दवे जयन्तकृष्ण हरिकृष्ण - मनुस्मृतिः, प्रथमो भाग (१ - २ अध्यायात्मकः ) भारतीय विद्याभवन, मुंबई; १९७२; प्रथमावृत्तिः
૫. મશરૂવાળા કિશોરલાલ ધનશ્યામલાલ - ગીતા નિ; નવજીવન મુદ્રણાલય, અમદાવાદ - ૩૮૦ ૦૧૪; ૧૯૯૫; નવી સંશોધિત આવૃત્તિનું પુનર્મુદ્રણ
६. परं स्वधर्मे विगुणः परधर्मात्स्वधिष्ठितात् ।
परधर्मेण जीवन्हि सद्यः पतति जातितः ।। १० - ९७ ॥
ભગવદ્ગીતામાં સ્વધર્મ-પરધર્મ વિચાર
9. Belvalkar Shripad Krishna The Bhismaparvan Bhandarkar Oriental Research Institute, Poona; 1947; ॥ २५-३५ ॥ F. N. 35
·
-
८. Minor Robert N Bhagvad Gitā; Heritage Publishers, New Delhi-110002; 1982; pp.
135-136.
119
Jain Education International
e. Divanji P. C. Critical Word Index to the Bhagvadgītā; Munshiram Manoharlal Publishers, New Delhi-110 055; 1993; Third edition; P. 84, 164.
१०. शास्त्री (पण्डित) रामनारायण दत्त पाण्डेय महाभारत, तृतीय खण्ड (उद्योगपर्व- भीष्मपर्व); गीताप्रेस गोरखपुर पृ. २८००, भीष्मपर्व ॥ ४२-४७ ॥
११. टिजड जाण गंगाधर/अनु. उत्तमसाल है. त्रिवेही - श्रीमद्भगवद्गीता रहस्य, नारायण पेंड, पुसा शहेर; १८१७; ų. 93.
१२. श्रीमद्भगवद्रीता ३-३५
१३. विनोषा गीता चिंतनिअ यज्ञ प्रकाशन वोहरा ३८०००१; १८०० प्रथम आवृत्ति पृ. उ. १४. द्विवेदी मणिलाल ननुभाई श्रीमदभगवद्गीता ( गुर्जर भाषामा), मूल, अक्षरार्थ विवेचन तथा रहस्य साधे, श्री "सत्यविजय" प्रीन्टींग प्रेस, अमदावाद- १९१०: बीजी आवृत्ति पृ. ७४.
-
.
14. Parthasarathy A-Srimad Bhagavad Gita, vol. 1, Ch.1-6; A Parthasarathi, Bombay 400 006; 1992; First Edition; (3-35), P-203. १६-१७. मश३वाणा डिशोरलाल घ. गीता मंधन; न अपन प्राशन मंदिर, अमावाह उ८००१४; नव - १८८१ पांय पुनर्मुद्र, ५.७९
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org.

Page Navigation
1 ... 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184