Book Title: Prakrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): Jagdishchandra Jain
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan

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Page 804
________________ अनुक्रमणिका ७९७ आसड ४९० इसिगिरि १८७ आसन ६८, ११२ इसिगिलि २९४ आसनगृह २९४ इसिताल (ऋषितडाग) २१७ (नोट) आसफविलास ६६६ इसिमंडलथोत्त ५७१ आसुरि ५५१ इसिभासिय (देखो ऋषिभाषित) आसुरुक्ख (आसुरक्ष) १८९ (नोट), १८७, १९०, १९५ (नोट) २२० (नोट), ३०९, ३०९ (नोट) ई आसुर्य ३०९ (नोट) ईख की खेती ५११ आहारविधि १२५ ईडर ४४२ ईपिथिकीषट्त्रिंशिका ३४२ इंगिनीमण १२४, २३०, २५९ ईरान २६५ इंदुलेखा ६५९ ईश्वरकृष्ण १८९ (नोट) इक्काई (रहकूड)९५ ईश्वरमत २४५ इच १३९ ईश्वराचार्य ३४५ इतुगृह १०१ ईश्वरी ३६७, ५४३, ५४४ इक्ष्वाकु ६०,३९३, ५२९ ईसणी (दासी)१४१ इन्द्र ४९, ८१,५२९, ५३१ ईसाण (कवि)५७३ इन्द्रकील १०६ ईसप की कहानियां २६८ इन्द्रजाल ४२३ ईहामृग १०८ (नोट) इन्द्रजीत ५२९ इन्द्रदत्त ४३१ उंबर ११ इन्द्रध्वज ६९ उंबरावती ३८८ इन्द्रनन्दि ३२४ उकरडी ५१२ (नोट) इन्द्रनील (मणि)६७८ उक्कच्छिय १८५ इन्द्रपद ४९७ (नोट) उग्र ६०, ११४, २०० इन्द्रभूति (गौतम) ११७, २०१ उग्रसेन ६०९ इन्द्रमह १४२, १४६, २६२, ३९०, उद्गमदोष १८० ४२२, ४४५, ४५८,५६० उग्गहणंतग १८५ इन्द्रवज्रा ५२ उच्चत्तरिया ६२ इभ्य २६० उच्चाटन ३७०, ४५० इभ्यपुत्र २६२ उच्चार १३९ इलापुत्र २०६, ३४१, ४४५, ५०१ उच्चार-प्रश्रवण (मलमूत्र) १४४ इलायची ४५२ उधारणाचार्य २९१ इधुकारीय १६७ उद्दवातित ६१ 'इसि किसि मिसि' (ताजिक देश उज्झिका ८1 का प्रयोग) ४२८ उजित (राजपुत्र) ५१२

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