Book Title: Prakrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): Jagdishchandra Jain
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan

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Page 855
________________ ४९० * २४६ प्राकृत साहित्य का इतिहास यक्षिणीसिद्धि ४२३ यशोदेव (धर्मोपदेशमाला के कर्ता) यक्षी (लिपि) १९६ यक्षेश्वर २९५ यशोदेव (चन्द्रप्रभस्वामीचरित के यजुर्वेद ५८,८० __ कर्ता)५२६ यज्ञ की उत्पत्ति ५३० यशोदेव (नवतस्वगाथाप्रकरण के यज्ञोपवीत ३८९ वृत्तिकार)३४५ यतिजीतकल्प ३३ (नोट), १६२ ।। यशोदेवसूरि (पञ्चक्खाणसस्व के यतिदिनचर्या ५८४ __ कर्ता) ३४० यतिलक्षणसमुच्चय ३५१ यशोबाहु ३१६ यतिश्रावक (धर्म)२५० यशोभद्र (आचारांगसूत्र के धारक) यतिवृषभ २७७, २९१, २९२, २९३, ३१६ २९६,५२५ यशोभद्रसूरि २६९ (नोट) यमगंडिका (यम की गाड़ी) ४०१ यशोभद्रसूरि (पोडशकप्रकरण के यमुना ५९, ६०, १४३, १६० टीकाकार) ३४७ यव (मौर्यवंश की उपमा)२४४ यशोवर्मा (राजा)५८९, ५९३, ५९४ यवन २९ (नोट), ९२, ११३, २०६, यशोविजय ११४, ३१७, ३३५, ३३८, __३४३, ३४८, ३४९, ३५१ यवनद्वीप ३८८, ४६०, ५०९ यष्टि १३६, १५२, १८५, १८६ यवनानी (लिपि)११४ याकिनीमहत्तरा ३९४, ४९२ यवनिकांतर ६२८, ६३१ याकोबी (हरमन जैकोबी) ५२८ यवनिका २६२ याज्ञवल्क्य २५०, ३८८ यवनी (लिपि) ४९६ यादव ५०९ यवमध्यचन्द्रप्रतिमा १५३ यादवेन्द्र ६५४ यश (शिष्य)३७७ यान ११२, २६० यशःपाल ३१६ यापनीयक ३०१ यशवर्धन १४७ यापनीय संघ ३२० (नोट), ३११ यशस्वी तीर्थकर ६४ (नोट) यापनीयसंघीय १७४ यशोदेव (पिंडविसोही के टीकाकार) यायारवंशीय (राजशेखर ) ६२९ १३२ यारक ६ यशोदेवसूरि (पवित्रयसुत्त के टीका- युक्तिप्रबोध नाटक २७० (नोट), ३३३ युद्ध (चार) ५०९ यशोदा ५५४ युवराज २२० यशोदेव उपाध्याय (नवपदप्रकरण- युवतीचरित्र ५०४ वृत्तिकार)३४८ येरगुडी ६८१ यशोदेवसूरि (आयपंचाशक के योग १४४, ३३८, ४२३ चूर्णीकार)३४८ योगपट्टक १८५ ___कार) १८६

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