Book Title: Prakrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): Jagdishchandra Jain
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan

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Page 811
________________ ८०४ प्राकृत साहित्य का इतिहास काम्यादर्श १२, २८, ६५६ कुंतिदेव ५९२ काव्यानुशासन ३६१ (नोट) ५९४, कुंथलगिरि ३०३ ५९५, ६१२ (नोट), ६६३ ६६४ कुंथु ३९३ काव्यालंकार ७ (नोट), १०(नोट), कुंदकुंद २७३, २७५, ३९७, ३१२, ६८७ १७, २७, २९ (नोट), ६५७ कुंदलता ३०९ काशी ६५, ११३ (नोट), १५६, ३५३ कुंभकर्ण ५८६ काश्मीर ६७८ . कुंभनगर (कुंभेरगढ़) ६७७ काश्यप (कासव) ४२, ६०, ११५, कुंभीचक्र २३७ २२२१५६, (ग्राम),२४७, २४९ कुंभीलक ३० (शिल्पी) कुकुर (देश)६८४ काष्ठकर्म १४३ कुक्कुट युद्ध ३९३ काष्ठकार १९२ कुक्कुडेसर (चैत्य)५४८ काष्ठसंधी ३२६ कुक्कुरक २०० काष्ठासंघ ३२०, ३२०, (नोट), ३२१ कुट्टिनीमत १९१ (नोट), ४२३ (नोट) किट्टिस १९१ कुडंग (द्वीप) ४२१ किणिक २१९ कुडंगेसरदेव (का मठ)४४६ 'कित्तो किम्मो' (अंतर्वेदी का प्रयोग) कुहुक्क (कुर्ग) २४४ ४२७ कुणाल ११४ (नोट) किनारी २२७ . कुणाल की कथा २६८ किन्नर ( मोटिफ) १०८ (नोट) कुणाला ४३, १४५, १५५, १६० किराड (बनिया) ४२४ (नोट), ४३८ कुण्डनगर ३२३ किरात ११३ कुतीर्थ २४५ किरातार्जुनीय ५९५ कुत्तों से कटवाना ४९ कीटागिरि सुत्त २१५ (नोट) कुत्रिकापण २२७ कीडय १९१ कुदान २४६ कीडी (लिपि)४९६ कुधर्म २४६ कीथ (डाक्टर)५(नोट) कुपक्षकौशिकसहस्रकिरण (प्रवचनकीमिया १४९ परीक्षा)३३२ कीर देश ३६७, ४२७ कुप्रावचनिक १९० कीर्तिचन्द्र ५१७ कुबेरदत्त ४९१ कुंकुम ५६४ कुबेरयज्ञ ४४९ कुंडग्गाम ७२ कुभाषा २८७ कुंडलमेण्ठ २२६ कुमतिमतकुदाल ३३२ कुंडलवर द्वीप २९६ कुमा १३६ (नोट) कुंत ५६४ कुमार (स्वामिकार्तिकेय)३१२ कुंतल २८, ६२७, ६४६ (नोट), ६५६ कुमार २२०

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