Book Title: Prakrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): Jagdishchandra Jain
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan
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८१४
प्राकृत साहित्य का इतिहास
ज
०
०००.
५६१
छेदनवति ३२७
जडिल ४१८ छेदशास्त्र ३२७
जद्दर ४४७ छेदसूत्र के कर्ता १९४
जनपद ६५,३० छेदपिण्ड ३२४
जनपद की परीक्षा २२२ छेदोपस्थापना २०७, ३१०
जनपदकथा ३६२ छेयसुत्त (छेदसूत्र) ३३ (नोट), जन्मशाला २९४
३५, ४३, ४४, १३३, १५७; १८०, जन्नवक्क (याज्ञवल्क्य)५०८ २७५
जमदग्नि ३९० छोयर (छोकरा) ३७२ (नोट) जमालि ६०,७२,२५०, ४९१,५५७
जम्बूद्वीप ५७, ११२, १५६, २९६, जंगिय १३६
३४६,४६० जंगोली ६१ (नोट)
जम्बूस्वामिचरित ३८३ जंघार्ध २३३
जग्वृस्वामी २६९, २९५, ३१६,३४१, जंघा (जूता) १३७, २२७
३.३ ४९१, ५३५ जंजीवार ८४ (नोट)
जम्बूचरिय ५३४ जंपाण ५६४
जय ३१६ जंतुद्दीवपण्णत्ति (जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति) जयकीर्ति (उत्तराध्ययन के टीकाकार)
३४,४१,५८, ११५, ११८, १९०, १६१
५९७, २७२, २९३, ३१५,३१६ जयकीर्ति (सीलोवपुसमाला के कर्ता) जंबुद्दीवपणत्तिसंगह ३१५
४९०,५०५ जंबूद्वीपसंग्रहणी ३४६
जयघोष १७१, ३५७ जंबूद्वीपप्रज्ञप्तिचूर्णी २३८
जयचन्द्रसूरि ४८२ जंबूपयन्ना ३३ (नोट), १३२ जयतिहुयण ५७१ जंबूदाडिम १४८
जयसेन २९८, २९९ जभियग्राम १५६
जयधवला(ल)२७३, २७७,३३३, ३१४ जउण ६७५
जयधवलाकार २९२ जक्खसिरी ८३
जयदेव ६२६ जक्खुलिहण २३२
जयद्रथकथा ४७० जगत्कर्तृत्ववाद ५२
जयन्ती ६५, ७२, ३७१,५६६ जगचन्द्रसूरि (देवेन्द्रसूरि के गुरु) जयन्ती (औषधि)३५३ ३३७, ५६१
जयन्ती (नगरी) ४७५ जगदर ६६० (नोट)
जयन्तीचरित ५६६ जगदाभरण ६६६
जयन्तीप्रकरण ५६६ जगद्देव ६८० (नोट)
जयपुर ४४२ जगसुंदरीयोगमाल ६८०
जयवल्लभ (वज्जालग्ग के संकलनजज्जल ६५४
कर्ता)२६, ५७९

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