Book Title: Prakrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): Jagdishchandra Jain
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan
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२४७
अनुक्रमणिका
८२१ दण्डधर १४१
दशा (किनारी)२२७ दण्डारक्खिय १११
दशा-कल्प १५०, १५३, ३५२ बहर (दादर गुजराती में) ४४७ दशार्णकूट १९७ (नोट) दमदंत २०६,५०३
दशाणं ११४ (नोट) दमयंती ३७१
दशाणपुर (एडकाक्षपुर) ४९७,४९७ दमयन्तीकथा (दवदंती) ४१७, ४४५ (नोट) दमयंतीचरित ५२६
दशार्णभद्र २५१, ४७२, ५०३ दमिल (द्रविड़)९२, २२२, २४४, दशाश्रुतस्कंधनियुक्ति २०३ ___४३६ (के कपड़े), ४६४, ६१४ ।। दशाश्रुतस्कंधचूर्णी १०२ (नोट), दयाराम ५७५ (नोट) दरि (गुफा) १४०
दस अवस्था (काम की)२२३ ददर २९ (नोट)
दस (गणधर)५४८ दुर्दुर ८२,४९१
दस निलव ३३० दर्पण २९५
दसभत्ति (दशभक्ति) २९७, ३०२ दर्शन (खंडन मंडन) ३३१
दसवेयालिय (दशकालिक) ३३ दर्शनसार ३६७,३१९, ३२१
(नोट), ३४ (नोट), ३५४३, दलपतराम ५७५ (नोट)
४३, १०२ (नोट), १६३, १७३, दलपतसतसई ५७५ (नोट)
१८०, १९०, १९४, १९५, १९६, दलसुख मालवगिया १३४ (नोट) १९७, १९८, २६७, २७१, २७५, दवाग्निदापन ६४ (नोट)
३०५, ३२३, ३२५, ३५२, ३५९
दसाओ (दशा)६१, १५४, १९०, प्रकाश) ३२२
२०३, २४७ दशकर्णीसंग्रह २७५
दसासुयक्खंध (दशाश्रुतस्कंध)३४ दशपुर २९ (नोट), १०२, २५०, ३५९
(नोट), ३५, १०२ (नोट), दशमुख (रावण) ५२९
१३४, १५४, १९४, १९७ दशपूर्वी (सात्यकिपुत्र) ३०२
दस्यु ५०, १४५ दशरथ ३९०, ४९६,५३१, ५३२
दहिवन्न ६१ दशरूपक८(नोट),६१२ नो
दाक्षिणात्य २७ ६५७, ६५८, ६५९,६६५
दाक्षिणात्या ११, १८, ६११,६४१ दशरूपककार ३० दर्शवेकानिकी १९५ (नोट),
दाक्षिण्यचिह्न ( उद्योतनसुरि) ४१६ १९५, २५५, ३७७
दाढिगालि २२७ दशवकालिकमान २३०
दानशेखर ६६ दशयलमार्ग (बौद्धमार्ग) ४५३ दानामा (प्रव्रज्या)७१ दशदृष्टांतगीता ५२४
दामनक ४६३ दशवकालिकनियुक्ति ११, १६३, दामिली-दविडी (दविती लिपि) १३, २०८
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