Book Title: Prakrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): Jagdishchandra Jain
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan
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प्राकृत साहित्य का इतिहास गग्गरग (सीने की विधि) १३७ गरुलोववाय (गरुडोपपान) १५३, गच्छ ५४, १२७
१९०,४४८ गच्छाचार (गच्छायार)३३ (नोट), गर्ग ६७५ ३५, १२३, १२७, १४८, २६७
गर्गर्षि ३३६ गजपंथ ३०३
गर्दभी विद्या ४५८ गजपुर (हस्तिनापुर) ११३ (नोट) गर्दभित्र १२९, २४४, २४५, ४५६, गजसार ३४६ गजसुकुमाल ८९, ३०७, ५६७ गर्भगृह २९४ गजाम्रपद तीर्थ ४९७
गर्भहरण ६. गजानपद पर्वत ४३१, ४९७ (नोट) गलितक (छंद) ५८६ गजणवह (गजनी का बादशाह) गांगेय ७१ १३० (नोट)
गांगेयप्रकरण ३४९ गण १५६
गांधर्व (कला) ४३२, ४३९ गणधरवाद २०६
गांधार २८, ६४६ (नोट) गणधर ३३, ३४ (नोट), ३९, ६२, गांधार (श्रावक) २०३, ३५० १८९,२७१, ५०३
गागरा (मछली) ११२ (नोट) गणधरसाधशतक ५२६
गागलि ५५७ गणधरस्तवन ५७२
गाथा ३६०, ४४०, ६९१ गणपालक २३८
गाथासहस्री ५८४ गणभुक्ति २३८
गारुडमंत्र ५६० गणावच्छेदक १५०
गारुडशास्त्र ३७०, ४३२, ५०७, ६८० गणावच्छेदिका १५१
गाय ३८९ (नोट) गणिका १४४, ३८६ (उत्पत्ति), गालिदाण ३७२ (नोट) ६.४, ६१९ (नोट)
गाहाकोस (गाथाकोष-गाथासप्तशती) गणिय (लिपि)३
१४, ५७४, (नोट), ५४४ गणित ६७, १४६, १८९, २८१ (गणित. गाहासत्तसई (गाथासप्तशती) ३७७, शास्त्र), ५०७
५७३, ५७५, ५८४, ६५९, ६६०, गणितानुयोग २७३ (नोट)
६६४, ६६५, ६९० गणिपिटक ४४, १८८
गाहालक्खण ६५२ गणिविज्जा (गणिविद्या)३३ (नोट), गाहिनी (छंद)५२८
३५, १२३, १२८, १९० गिझकूट २९४ (नोट) गणिसंपदा १५४
गिरिनगर (गिरनार ) २७४, २७८, गतप्रत्यागत ५०२
४६४, ६८१ गम्भया (मछली) १३ (नोट) गिरिमह १४० गमिक श्रुत १८९
गिरोलियारुत (छिपकली का शब्द) गह की पूजा ५००
५३०

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