Book Title: Prakrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): Jagdishchandra Jain
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan
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ख
अनुक्रमणिका
८०७ क्रमदीश्वर ६३९, १४०
खामणासुत्त (धामणासूत्र ) १८६ क्रिया ५४
खारवेल २१७ (नोट), ६८१ क्रियावादी ७४, १५४, २०२, ३६८ खुज २३४ क्रियाविशाल ३५ (नोट) खुज्जा (कुब्जा) १४१ क्रियास्थान ५५, ६२
खडियाविमाणपविभत्ति १९० क्लीव (दीक्षा के अयोग्य ) ५८, १५९ खुदाबंध (तुल्लकवंध)२७६, २८४ क्लोस बहन ५२६ (नोट) खुरप्प (जहाज)३६७, ४८१, ५६४ क्षपणक ६४१
खुरसाण ६५४ खुरासानी मुद्रा ६७९
खेट (खेड) १४९, १५८, २२१ खंडकथा ३६१ (नोट)
खेलौषधिप्राप्त २८६ खंडसिद्धान्त २७४
खोमिय (वस्त्र) १३६, १३६ (नोट) खंडा (खंडपाणा)२११,२१३, ४१३ खंदसिरी ९६ खंधकरणी १८५
गंग ६० खंभात ३७३, ४४२
गंगड (नौकर) ४७५ खट्ट५६४
गंगदेव ३१६
गंगवंश ३१२ खड़ग ५६४ खड़िया मिट्टी (से अक्षर) ४९६ ।।
गंगा ५९, ६०, १४३, १६०, २४५, खत्तियकुंडग्राम ७२, १५६
५००, ५०७ खन्यवाद (खन्यविद्या ) ३५४,३७०
गंगालहरी ६६६ खपुटाचार्य ४७१, ६६७
गंगा की उत्पत्ति २६८ खपुसा (जूता) १३७, २२७
गंडक (गंडकी) ५९ (नोट), २२५ खरकुल्लिय (जहाज)३६७, ५६४
(नोट), २५०, ५५७ खरदूषण ३९१, ५३०, ५३२ गंडयस्सकना ४८९ खरसाविया (पुक्खरसारिया)२ गंडिकानुयोग १०३ खरतर गच्छ ३३२
गंडेरी ४३० खरोठिया (खरोष्ठी) ११, ६२, ११४, गंडोपधान २२७ ६३७, ६८१
गंधर्वकला ४३२ खरोष्ठी धम्मपद १६
गंधर्विका २०८ खरोष्टी शिलालेख २७
गंधव (लिपि)६३ खजूरसार १११ (नोट)
गंधहस्ती (आचाय) ४५, १९८, ६५० खल्लकबंध (जूता) १३७ नोट
गंधारा (विद्या)३८९ खल्लग (जूता) १३७, २२७
गंधियशाला १५२ खवल्ल (मछली) ११३
गंधोदक ५३२ खलभूमि ३८८
गंभीर (समुद्रतट) ५४०

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