Book Title: Prakrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): Jagdishchandra Jain
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan
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एलकाक्ष ४३१
प्राकृत साहित्य का इतिहास।
औत्पत्तिकी (औत्पातिक)२०६, ३५८, एकाविहार १५५
४९३, ५०४ ए. एम. घाटगे २५ (नोट), १६७ औदार्यचिन्तामणि ६४८
(नोट), १७५ (नोट) औपदेशिक कथा-साहित्य ४९० एकालाप ५०२
औरल स्टाइन १६ एकपुट (एगपुड) १३७, २२७
औषध ६८, एक (सीने की विधि) १३७ औषधि (चार प्रकार ) ५२३ 'एगे ले' (मगध का प्रयोग) १२७ एडकाक्षपुर ४९७ (नोट)
कंकोल ५६४ लर ६४९
कंचुक १८५, ४२० एरावती ५९, ६०, १४३, १६०
कंचुकिपुरुष १४१ एर्नेस्ट लौयमन (लॉयमन) २६
कंटकादि (उद्धरण)२२९ ३७८ (नोट)
कंठाभरण ६६०
कंठीरव ६३२ एला ५६४
कंडरीक ८५ एलाचार्य २९७
कंडरीक (धूर्तशिरोमणि) ४१३, ४९४ एलासाढ़ २११, ४१३
कंवल ६८ एल्सडोर्फ (आल्सडोर्फ) ४७०
कंबल ६५१ एहं तेह' (ढक्क देश का प्रयोग) कंबल-शवल (मबल-शंबल ) २५५
(नोट), ४४६,५५६ ऐरावण ५४
कंबिया १०९ ओ-औ
कंबोज देश १११, २०३ ओघ २८०, २८३
कंस ३९३, ५०८, ५६७
कंस (अंगधारी)३१६ ओघनियुक्ति भाष्य २३२ ओलग्गशाला २९४
कंसबध ५०८, ६६५
कंसवहो ५८६, ६०७, ६०९, ६३८,६९० ओन्डा ६५४ ओववाइय (उववाइय-औपपातिक)
कचोलक (पात्र )२६४
कटपूतना ४५१,५५६ ३४,६६, १०८
कटहल ४५२ ओहनिजत्ति (ओघनियुक्ति) ३४ कटुकमतनिराकरण ३३२
(नोट), ३५, १०२ (नोट) कणिका ११३ (नोट) १६१, १६३, १८२, १९४, १९६, कणियार ६१ २३९, ६६८
कण्हचरिय ५६७ औड्री ६४३
कण्हदीपायन जातक २६८ औरकली ६४२
कण्हपा ३१८ (नोट)
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