Book Title: Panchsutra Varttikam
Author(s): Anandsagarsuri, Sagaranandsuri
Publisher: Agamoddharak Granthmala

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Page 8
________________ हार्दिक-भावपूर्ण समर्पणम् - . - श्रीमतां पूज्यवर्याणामागमर्मस्पर्शिप्रज्ञधुरन्धराणां प्रावचनिकानां वादप्रगल्भवावदूकमौनकरणप्रत्यलानां शिलाताम्रपत्रोत्कीर्णागममन्दिरसंस्थासंस्थापकानां आगमवाचनादातृणां ध्यानस्थस्वर्गतानामागमोद्धारकाणां श्रीआनन्दसागरसूरीश्वराणां परमातिपवित्रचरणेन्दिवरयोः भावपूर्णश्रद्धाञ्जलिनिक्षेपपूर्व---. तेषामेव वरदहस्तयोः भक्तिप्रहृता-विनयनम्रतासनाथं मुक्तिमार्गसाधनसावधानमानस-मुमुक्षुभावसम्पन्नाराधकताभ्राजिसदाशयस्वामिश्रमणानां स्वाध्यायोपयोगि अध्यवसायविशुद्धिकारकञ्चेदं ग्रन्थरत्नं समर्प्य यकिश्चित्कृतार्थतामनुभवे सुधन्यमन्योऽहमभयाब्धिः। 1716448 ESSAGEMESSSSS

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