Book Title: Navtattva Prakaran
Author(s): Nilanjanashreeji
Publisher: Ratanmalashree Prakashan

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Page 8
________________ आवश्यक सूचना इस पुस्तक का प्रकाशन ज्ञान खाते से होने के कारण श्रावक-श्राविकाओं से निवेदन है कि इस पुस्तक का मूल्य चुकाकर ही उपयोग करें, अन्यथा ज्ञान-द्रव्य की विराधना का दोष लगता है। श्री नवतत्त्व प्रकरण

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