Book Title: Muhurt Chintamani Satik
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir // रांगणे एकांतरेगनेलग्नाच्छुपास्वेटेथवा शुभेचापीयोगस्वरिबाननिमिरोषदिवाकरः आव श्यकेतथापानेसोम्योस्सेनिधनपिया बजेदऊदयेस्तेवामध्यान्हेवाप्यशंकित: 74 प्रश्नष्टद्युतितार कास्फुरतरीपाचीभवेन्निर्मलाताषदक्तविलोहितानधवलादेव सदावांछिताम्लोवारंनतिार्थन चापिकरणंलग्नंचनापेक्षतेहत्वादोषसहस्रकंचयमुखानूनंकरोत्यन्ननिम् मध्यव्योममयाते स्फुरदनलनिभेकेसरैरार्कबिबछायासाध्वीचकांतापचलतिपुरुषेयत्रतत्पादलग्नासावत्सोरिनवि टिकुजकृतमयुभनेवऋक्षनयोगः संमानारोग्यसंपक्षितिमथयुवन्तित्रगंतालभेत 56 यावत् इषमासिसितादशमाविजयाशभकर्मसुसिडकरीकथिता श्रवणर्भयु तासतरांशभदानृपनेस्तुगमेजयसंधिकरी 7 सिंदूरवर्णगगनतलगतंभानुपिं बंचनास्तंयावन्नोदिक्षशांतिंबजनिखुरपुटैरुतोरेणुसंघ तावन्नवास्तिदोषःपभवतिनलसाङ्कर राहाणायात्रायांचा विवाहेसकलशभकरीसर्वकार्येषुसिद्धिः 77 इत्यलंगंथविस्तरेण इलिया बालग्नेराजयोगा- अथविजयादशमीसंज्ञकंसिद्धिमुहूर्ततोटकेनसगणचतुष्टयेनाह क्षमासी ति साशार्थ: कश्यपःमासापेशलदशमीसर्वदाविजयाभिधा विजयस्तत्रयातणांसंधिर्वानपरान यइति 7 अथान्यबसंततिलकयाह चेनोनिमित्तति चेत्तोनः करणम् निमित्तमंगस्फरणादिश For Private And Personal Use Only

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