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मेरी दृष्टि : मेरी सृष्टि सचाई का अनुभव करना अहिंसा की दिशा में एक कदम हो सकता है। जो मानसिक तनाव घरेलू झगड़ा पैदा करता है, वही मानसिक तनाव युद्ध पैदा करता है । मानसिक तनाव को मिटाने का कार्यक्रम चलाना अहिंसा के विकास का एक महत्त्वपूर्ण उपाय है।
आहार-शुद्धि विश्वशान्ति की दिशा में एक शक्तिशाली अभियान है। आकांक्षा, क्रूरता और साम्राज्यवादी मनोवृत्ति ये सब भोजन से जुड़े हुए हैं। मांसाहार इन सब संस्कारों को संरक्षण देता है । अणुव्रत के स्तर पर इस सचाई को समझा जा सकता है। ___पूरे विश्व में अपराधी मनोवृत्ति बढ़ रही है, अपराध बढ़ रहे हैं। उनकी रोकथाम के लिए शस्त्रबल और आरक्षीबल का प्रयोग बढ़ रहा है। यह समस्या के समाधान का तरीका नहीं है। मनुष्य की भावधारा को बदले बिना अपराधों की बाढ़ को नहीं रोका जा सकता। अहिंसक लोगों द्वारा मनुष्य की भावधारा को बदलने की दिशा में कोई प्रभावी कदम नहीं उठ रहा है । घटना को रोकने में जितनी दिलचस्पी है, उतनी घटना के कारणों को रोकने में नहीं है। अहिंसा परिणाम के साथ जुड़ी रहेगी, तब तक स्थिति में परिवर्तन संभव नहीं है, उसे प्रवृत्ति के साथ जोड़ना जरूरी है । प्रवृत्ति बदलने पर परिणाम अपने आप बदल जाता है । अहिंसा का विचार अधिक-से-अधिक लोगों तक पहुँचे तो नये वातावरण के निर्माण में योग मिलेगा, जनता वास्तविकता से परिचित होगी।
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