Book Title: Kappasuttam Vhas Vises Chunni Sahiyam Part 03
Author(s): Bhadrabahuswami, Sanghdasgani Kshamashraman, 
Publisher: Shubhabhilasha Trust

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Page 197
________________ १०४० भासगाहाणं अकारादिकमो आबाहे व भये वा आभरणपिए जाणसु आभव्वमदेमाणे आभव्वमदेमाणे आभीराणं गामो आभोएउं खेत्तं आभोगिणीय पसिणेण आभोगेण मिच्छत्तं आमं ति अब्भुवगए आमं ति अब्भवगते आय परे उवगिण्हइ आयंबिल बारसमं आयंबिलं न गिण्हइ आयकरणं आढा आयटे उवउत्ता आयपरसमुत्तारो आयपरोभयतुलना आयपरोभयदोसा आयपरोभयदोसा आयरतरेणं हंदि वंदामि णं आयरिए अभिसेए आयरिए अभिसेगे आयरिए अभिसेगे आयरिए अभिसेगे आयरिए अभिसेगे आयरिए असधीणे आयरिए उवज्झाए आयरिए कालगए आयरिए गच्छम्मिय आयरिए य गिलाणे आयरिए य परिन्ना २७३९ २५६३ २६९४ ५७२८ २१९९ १३७७ ४६३३ ६४१६ ३४११ ३३६७ ४३४५ ६४७१ १३९८ ४४७६ २७०३ १७९५ १२५३ १७२४ २५९५ ४४८४ आयरिएणाऽऽलत्तो आयरिओ एग न भणे आयरिओ गणिणीए आयरिओ गीतो वा आयरिओवहि बालाइयाण आयरिगिलाण गुरुगा आयरिय उवज्झाया आयरिय गिलाणे गुरुगा आयरिय चउरो मासे आयरिय दोण्णि आगत आयरिय वयणदोसा आयरिय विणयगाहण आयरिय साहु वंदण आयरियअणुट्ठाणे आयरियअवाहरणे आयरियउवज्झाए आयरियउवज्झाए आयरियउवज्झायं आयरियगमणे गुरुगा आयरियत्तअभविए आयरियस्सायरियं आयरियादभिसेगो आयरियो एगु न भणे आयसमणीण नाउं आयहिय परिण्णा भावसंवरो आयाणगुत्ता विकहाविहीणा आयाणनिरुद्धाओ आयाम अंबकंजिय आयामु संसट्ठसिणोदगं वा आयारवत्थुतइयं आयारियाइचउण्हं ६१०७ ५७४८ ४१५२ ५५१६ १५५३ ५०८७ २७८० ४७११ ५७६९ ५३९२ ४३७१ ५१०६ २७५२ १५७० १४६१ ४४९६ ५४७४ ५४७९ ३१४५ १२२५ ४४२२ ६११० २७१६ २२७७ ११६२ ४५६४ २३११ ५९०३ ५८८४ १३८५ ४४६८ ६३७५ ४३३६ ४४२१ ५३५९ ६०६५ ४१७८ ४१७७ ५४०६ २९६३ ४३१८ १६६४

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