Book Title: Kappasuttam Vhas Vises Chunni Sahiyam Part 03
Author(s): Bhadrabahuswami, Sanghdasgani Kshamashraman,
Publisher: Shubhabhilasha Trust
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छट्टं परिसिट्टं
सासेरा
साहस
सिंघाडग
सिद्धी
सिलिई
सीभर
सीयाणं
सुकुमालिया
खो
सुण्णागार
सुरजाल
सुविध
सूविर
डु
सेणा
सोत्थिअ
सोल
हरिताहडिय
हृञ्(धातु)
यन्त्रनर्तकी
साध्वस,
, अहेतुकभ
तिह रच्छाण मेलओ, तिय
पवज्जा
जस्स रोगेण पाया सुज्झंति वड्डा भवंति
फूसिय
मसाण
तेलघयघट्टो गुलस्स य घयघट्टो
शून्यगृह
इंद्रजाल
अंगणमंडविया
परिवायगा
सुवणसिल
सकक्कडय कप्पास
सराइया
दो वि कोणे वत्थस्स हत्थेहिं घेत्तूणं दो वि बाहु सीसे पावइ
अस्सपरियट्टय
हृत्वा हरितेषु छूढा पुनराहता
हरण
१९४१
६२२८
१३३३
२३००
४२२९
११४८
५८९८
१५०५
१७१०
३०९४
२९४०
१३०१
६०५५
२८२२
१५९२
२९९६
४८७५
३९६७
२०६६
३००१
२९६९
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