Book Title: Kappasuttam Vhas Vises Chunni Sahiyam Part 03
Author(s): Bhadrabahuswami, Sanghdasgani Kshamashraman, 
Publisher: Shubhabhilasha Trust

View full book text
Previous | Next

Page 205
________________ १०४८ भासगाहाणं अकारादिकमो २१८६ ३०७६ २५७१ ४९६४ ४९०० एक्किक्कम्मि य भंगे एक्किक्को सो दुविहो एक्केका ते तिविहा एक्केक्कं अतिणेउं एक्केक्कं तं दुविहं एक्केक्कं ताव तवं एक्केक्कपडिग्गहगा एक्केक्कम्मि उ ठाणे एक्केक्कम्मि उ ठाणे एक्केक्कम्मि उठाणे एक्केक्कम्मि उठाणे एक्केक्कम्मि य ठाणे एक्केक्का ते तिविहा एक्केक्का सा दुविहा एक्केक्काउ पयाओ एक्केक्कातो पदातो एक्केक्कीऍ दिसाए एक्केक्को सो दुविधो एक्को य दोन्नि दोन्नि य एक्को वा सवियारो एक्कोन्नि सोत्ति दोण्णी एग पणगऽद्धमासं एगं कप्पट्ठियं कुज्जा एगं ठवे निव्विसए एगंणायं उदगं एगं तासिं खेत्तं एगं नायं उदगं एग व दो व तिन्नि व एगंगिय चल थिर पारिसाडि एगंतरमुप्पाए एगखुरदुखुरगंडीसणप्फइत्थीसु १४४२ १५१० २३५९ २५५८ ५५५९ २८९३ २५६६ ३१४३ २२५५ ४९०७ ११८८ ४९१४ ५०५५ २०२२ ३६६५ १५३० ६४६१ ३५८२ ४५९७ २२३० ४५७६ ४८४२ ५६४२ १३०४ २१६८ एगग्गया सुमह निज्जरा एगग्गामे अतिच्छंते एगत्तभावणाए एगत्थ कहमकप्पं एगत्थ रंधणे भुंजणे य एगत्थ वसंताणं एगत्थ सीयमुसिणं एगत्थ होइ भत्तं एगपदेसोगाढादि खेत्ते एगपुड सकलकसिणं एगमणेगे छेदो एगमरणं तु लोए एगम्मि दोसु तीसु व एगम्मि दोसु तीसु व एगयरं अभयओ वा एगवगडं पडुच्चा एगवगडेगदारा एगवगडेगदारे एगस्स अणेगाण व एगस्स पुरेकम्म एगस्स बीयगहणे एगा उ कारण ठिया एगा व होज्ज साही एगागिस्स हि चित्ताई एगागी मा गच्छसु एगागी वच्चंती एगाणियस्स दोसा एगाणियाए दोसा एगापन्नं च सता एगालयट्ठियाणं एगाह पणग पक्खे १३४३ ४६६१ १३५२ २६७६ ३५६६ ४८१४ २०९७ ५३०९ २७२२ ३८४७ ३३६० २४९० २२७१ २४६४ ४५६० २१३२ २१२९ २१३३ ३१४७ १८३६ १८४२ ३२३० २२३४ ५७१९ ५७२६ ५९३० १७०२ ५९३३ ३१३८ ४८५७ ५४७६

Loading...

Page Navigation
1 ... 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314