Book Title: Kappasuttam Vhas Vises Chunni Sahiyam Part 03
Author(s): Bhadrabahuswami, Sanghdasgani Kshamashraman, 
Publisher: Shubhabhilasha Trust

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Page 204
________________ बीयं परिसिटुं १०४७ २२०८ ४११५ १९५१ ५२०५ ३६३० ३३१८ ५१४८ ३३१६ उव्वाया वेला वा उव्वेल्लिए गुज्झमपस्सतो से उसिणे संसढे वा उस्सग्ग गोयरम्मी उस्सग्गं एगस्स वि उस्सग्गओ नेव सुतं पमाणं उस्सग्गठिई सुद्धं उस्सग्गलक्खणं खलु उस्सग्गसुतं किंची किंची उस्सग्गेण निसिद्धाइँ उस्सग्गेणं भणियाणि जाणि उस्सासाओ पाणू उस्सुत्तं ववहरंतो ऊणाणुट्ठमदिन्ने ऊणाहिय मन्नतो ऊणेण न पूरिस्सं ऊसव छणेसु संभारियं एतं महिड्ढिअंपणिवयंति एअगुणविप्पमुक्के एए अतस्स दोसा एए अण्णे य बहू एए उ दवावेंती एए चेव दुवालस एए चेव य ठाणा एए चेव य दोसा एए चेव य दोसा एए चेव य दोसा एए चेव य दोसा एए चेव य दोसा एए न होंति दोसा एए सामन्नयरं ३३२६ १३४१ ६४२१ १५९८ ५२१७ ४००६ ३४२६ ११८९ एएण सुत्त न गतं एएण सुत्त न गतं एएण सुत्त न गतं एएसि परूवणया एएसिं अग्गहणे एएसिं असईए एएसिं असईए एएसिं असतीए एएसिं तिण्हं पी एएहिँ कारणेहिं एएहिँ कारणेहिं एएहिँ कारणेहिं एएहिं कारणेहिं एएहिं कारणेहिं एएहिं य अण्णेहि य एक्कं भरेमि भाणं एक्कग दुगं चउक्कं एक्कतरे पुव्वगते एक्कदुगतिण्णिमासा एक्कम्मि दोसु तीसु व एक्कवीस जहण्णेणं एक्कस्स ऊ अभावे एक्कस्स मुसावादो एक्कस्स व एक्कस्स व एक्का मुक्का एक्का य धरिसिया एक्का य तस्स भगिणी एक्का वि ता महल्ली एक्काइ वि वसहीए एक्काए वसहीए एक्किक्कमि उठाणे एक्किक्कम्मि य ठाणे ५५६० ५८४६ ५९०९ ४३१६ ५५१२ २३२४ २९६० ६३०४ २५६५ २००३ २७५७ ५१७५ २०५५ ३०६३ ४८०० २८९० १९२१ २६५४ ५८१८ २२६३ ४८५२ ४८८२ ६१४१ २८०६ ४१२९ ६१९६ ४५६८ २०३३ १४१२ १७४७ २४५४ १९२० ४२४० ५७१२ ४६३० ३९६४ ६४०५ ३२१२ ३४९९ ४४१९ ६१६६ ६१७० २७५० ४७३९

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