Book Title: Kappasuttam Vhas Vises Chunni Sahiyam Part 03
Author(s): Bhadrabahuswami, Sanghdasgani Kshamashraman, 
Publisher: Shubhabhilasha Trust

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Page 255
________________ १०९८ भासगाहाणं अकारादिकमो ५९८४ ३२३४ मत्तय मोयाऽऽयमणं मत्तासईए अपवत्तणे वा मन्नंतो संसटुं मयं व जं होइ रयावसाणे मयण च्छेव विसोमे मरणभएणऽभिभूते मरिसिज्जइ अप्पो वा मलेण घत्थं बहुणा उ वत्थं महज्झयण भत्त खीरे महतर अणुमहतरए महद्धणे अप्पधणे व वत्थे महिड्ढिए उट्ठ निवेसणे य महिमाउस्सुयभूए महिलाजणो य दुहितो महिलासहावो सरवन्नभेओ महुणो मयणमविगई महुराऽणत्ती दंडे मा एवमसग्गाहं मा काहिसि पडिसिद्धो मा निसि मोकं एज्जसु मा पडिगच्छइ दिण्णं मा पयल गिण्ह संथारगं मा मं कोई दच्छिइ मा मरिहिइ त्ति गाढं मा य अवण्णं काहिह मा वच्चह दाहामि मा सव्वमेयं मम देहमन्नं मा सीदेज्ज पडिच्छा मा होज्ज अंतो इति दोसजालं माइल्ले बारसगं माइस्स होति गुरुगो १७४३ ६११४ ५६१६ ५११३ १२६१ ३९९४ ६२४८ ३५७४ ३९९७ ६२०९ १७७२ २२०० ५१४४ १७११ ६२४२ ११५४ १७५१ २८४५ ५३२१ ४३९७ २३८३ २९६७ ४१३७ ४८३० माउम्माया य पिया माणाहियं दसाधिय माणुस्सं पि य तिविहं माता पिया य भगिणी माया पिया व भाता माया भगिणी धूता माया भगिणी धूया माला लंबइ हत्थं माले सभावओ वा मासस्सुवरिं वसती मासादी जा गुरुगा मासे पक्खे दसरायए मासे मासे वसही मासो लहुओ गुरुओ मासो लहुओ गुरुओ मासो लहुओ गुरुओ मासो लहुओ गुरुओ मासो लहुओ गुरुओ मासो लहुओ गुरुओ मासो लहुओ गुरुओ मासो लहुओ गुरुओ मासो लहुओ गुरुओ मासो विसेसिओ वा मिउबंधेहिँ तहा णं मिच्छत्त पवडियाए मिच्छत्त बडुग चारण भडाण मिच्छत्त सोच्च संका मिच्छत्तऽदिन्नदाणं मिच्छत्तं गच्छेज्जा मिच्छत्तभावियाणं मिच्छत्तम्मि य भिक्खू ४७०७ ३९१७ २५१६ २८२३ ४७०६ ५२४५ ६१७३ ५६७८ २२४६ २०२३ ५९३१ १६८४ २०३० १५५९ २२६२ ३४९८ ६०८१ ६१०६ ६१३८ ६१४५ ६१५० ६१५८ २१९० ६२११ ४११३ ४६१८ २७९७ ५५६१ २७९९ ६४०३ २८४१ ५३१८ ४९५४ ३१६९ ४६७९ ४६०४

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