Book Title: Jambu Gun Ratnamala
Author(s): Jethmal Choradia
Publisher: Jain Dharmik Gyan Varddhani Sabha
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गुण
व भाई बहन आपण छो होके । च० । एक कूख अवतार । जनक हमारा जाणीये होके । च० । मात पती ||
अवधार ।। सु० ११ ॥ सोरी पुर परणाविया होके । च । अहो व्हाला भरतार | च०। शोक उदर उत्पन्न
भयो होके च पुत्र तूंएह विचार । सु०१५। बाबाबाजी एकण नते होक। च काकाजीरा बाप । सासुजी माला | रा साहवा होके । च० सुसराजी छो आप । सु० १३.॥ दोहा-भगतण भडकी रे कुटिल किसुं करे पाखंड । यहां मत र हजापरी नीतर करस्युं भंड ॥१॥
करे ससुर का जगत में एकही तणी अनेक । छनाती ग्रह आवतां। कठुक वदे अविवेक ॥ २ ॥
माताजी त्रटको मती हेक च० जन्मरी देवण हार । भावज हूं नणदल अछू हेक । च० । मुझ बंधु की नार ॥ १४ ॥ दादी एकण राहसं हेक । च० । वप्रानी तूं माय । सासुजी बहु ताहरे हेक । च० । खाविंद मात कहवाय ॥ १५ ॥ बंध हमारी लाजीए हेक । च० पुत्र प्रिया प्रत्यक्ष । सोकडली एक नाहलो हेक । च०। दोन्यानो इक लक्ष ॥१६॥ दोहा- कहया अठारा नातरा एक हमारे संग । अधिक विगो विकलता उदय मोहने ढंग ॥१॥
वी घर देजो धरण हमतो पहिठा हीव माही। मुख दिखलावण जोग जग रहथा रंच नाही ॥२॥ गरज नहीं घबराइयां होके। चआरत कर निवार । थिर थापी परिणामने होके। च०। आसम कारज
हाल

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