Book Title: Jaini Saptpadarthi Author(s): Himanshuvijay Publisher: Dipchand Bandiya View full book textPage 5
________________ श्रीविजयधर्मसूरिजैनग्रन्थमालापुष्पाङ्कः १९. प्रन्थमाला NNNNNN जैनी सप्तपदार्थी। श्रीयशस्वत्सागररचिता। सा च न्याय-काव्यतीर्थपरीक्षोत्तीर्णेन तर्कालङ्कारपदयुक्तेन मुनिहिमांशुविजयेन टिप्पणीपरिशिष्टादिभिरलङ्कृत्य संपादिता । प्रथमावृत्तिः । धर्मनिर्वाणसंवत् महावीरनिर्वाणसंवत् २४६०Page Navigation
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