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एस धम्मो सनंतनो
अपनी ज्योति को खुद ही उकसाने लगोगे।
इन क्षणों को मूल्य देना। इन क्षणों की महिमा से भरना। इन क्षणों पर संदेह मत करना। इन क्षणों पर जितनी ज्यादा गहनता से तुम प्रयोग कर सको और जितने इन में डूब सको, उतना ही तुम्हारा सौभाग्य है। .
आज इतना ही।
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