Book Title: Bindu me Sindhu
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 67
________________ तू नहीं उठता तो अच्छा होता बालक शेख सादी अपने पिता के साथ मक्का जा रहा था । आधी रात के समय उठकर वह पिता के साथ प्रार्थना करता था । दूसरे लोगों को सोते हुए देखकर सादी ने पिता से कहा-"ये सब कितने आलसी हैं, न उठते हैं, न प्रार्थना ही करते हैं।" पिता ने कड़े शब्दों में प्रतिवाद करते हुए कहा-"बेटा! तू न उठता तो अच्छा होता । जल्दी उठकर दूसरों की निन्दा करने से तो नहीं उठना ही अच्छा है । ५४ बिन्दु में सिन्धु Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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