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सफलता का रहस्य
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पंडित मदनमोहन मालवीय के पास एक सज्जन आये उनसे वार्तालाप करके जब वे बिदा होने लगे, तो पंडितजी ने कहा - "तुम अपनी डायरी में एक सूत्र लिख लो ।
उसने अपनी डायरी खोली ।
मालवीयजी ने कहा - " जब तक असफलता तुम्हारी छाती पर चढ़कर तुम्हारा गला न दबाये तब तक जीवन में कभी असफलता को स्वीकार मत करो। "
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बिन्दु में सिन्धु
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