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बीकानेर जैन लेख संग्रह
१५६ ५ ज्ञातीय वृद्ध शाखार्या समस्त श्री संघेन श्री महावीर देव पट्टानुपट्टाविच्छिन्नपरंपरायात् श्री उद्योतनसूरि श्री वर्द्धमानसूरि वस
६ तिमार्ग प्रकाशक यावत् देवता प्रदत्त युगप्रधान पद श्री जिनदत्तसूरि श्री जिनचन्द्रसूरि यावत् श्री जिनकुशल सूरि यावत् श्री जिनराज __७ सूरि यावत् श्री जिन माणिक्यसूरि दिल्ली पतिसाहि श्री अकबरप्रतिबोधक तत्प्रदत्त युगप्रधान विरुद धारक सकल देशाष्टाह्रि । ८ का जीवामारिप्रवविक यावत् श्री मद् बृहत्खरतर भट्टारक गच्छेश जं। यु । प्र।
श्री जिनहर्षसूरि पट्टालंकार जं। यु ।प्र। श्री जिन सौभाग्य सूरिभिः है प्रतिष्ठितम् ॥
(१२३५)
श्री नेमिनाथजी १ श्री विक्रम संवत्सरात् १६०५ र वर्षे शाके १७७० प्रवर्त्तमाने मासोचम माधव मासे
शुक्ल पक्षे पूर्णि २ मायां १५ तिथौ बृहस्पतिवासरे श्री मरुधर देशे श्री बीकानेर नगरे। राठोड़वंश उजागर __ महाराजाधिराज राज ३ राजेश्वर नरेन्द्र शिरोमणि श्री रतन सिंह जी सवाई विजय राज्ये महाराज कुमार श्री
सिरदार सिंघजी युवराज्ये ४ श्री नेमनाथ जिन बिचं कारापितं च श्री बीकानेर वास्तव्य ! ओसवाल ज्ञातीय वृद्ध __ शाखायां समस्त श्री संघेन श्री महावीर देव ५ पट्टानुपट्टाविच्छिन्नपरं परायात श्री उद्योतनसूरि श्री वर्द्धमानसूरि वसतिमार्ग प्रकाशक __ यावत् देवता प्रदत्त युगप्रधान पद ६ श्री जिनदत्तसूरि यावत् श्री जिनकुशलसूरियावत् श्री जिनराजसूरियावत् श्री जिन
माणिक्य सूरि दिल्लीपति पतसाहि ........... यावत् श्री बृहत्खरतर भट्टा । जं। यु । प्र। श्री जिनहर्षपूरि. तत्पट्टालंकार जं.। यु०।प्रश्री जिनसौभाग्यसूरिभि० प्रति ।।
( १२३६)
श्री आदिनाथजी १ श्री विक्रम संवत्सरात् १६०५ रा वर्षे शाके १७७० । प्रवर्तमाने मासोत्तस माधव मासे
शुक्ल पक्षे पूर्णिमायां १५ तिथौ बृह २ स्पति वासरे। श्री मरुधर देशे श्री बीकानेर नगरे राठोड़ बंश उजागर महाराजाधिराज
राजराजेश्वर नरेन्द्र शिरोमणि श्री रत ३ नसिंहजी विजयराज्ये विक्रमपुर वास्तव्य ओसवाल ज्ञातीय वृद्ध शाखायों समस्त श्री
संघन आदिनाथ जिन बिंब कारा
"Aho Shrut Gyanam"