Book Title: Bikaner Jain Lekh Sangraha
Author(s): Agarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
Publisher: Nahta Brothers Calcutta

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Page 622
________________ परिशिष्ट-च २०४ mm 64 संवत् नाम लेखाङ्क | संवत् नाम लेखा १३६४ पानशालि (?) सूरि उपकेश गच्छीय यति नाम : १४२० रत्नप्रभसूरि १६६३ अचलसमुद्र २१३३ १३४७ सिद्धसूरि १७६३ अमीपाल २१३६ १३५४ , २१७ १७६३ आणंदकलश २१३७,२१३६ ३४६ (०) , १६१५ आणंदसुन्दर २१४६ १३८५ १६१८ , . २१५१ १४३२ १८३८ उदयसुन्दर . २१४३ १४४० १७६५ कल्याणसुन्दर २५५४ ११७३ १३६४ १६१८ खूबसुन्दर २१५१ १४७६ १६६३ खेतसी २१३६ १४७७ २७४३ १८६१ जयसुन्दर २१४७ १४८२ ७१२,७१३ १६६३ तिहुणा २१३४ १४८५ २७७२ १६६४ ॥ २१३५ १४८६ १२०५ दयाकलश २१३७ १४८७ १४७३ देवसागर १४६१ २३७७ १७९५ भामसुन्दर मुनि २५५४ १४६२ ७५६ | १९११ मतिसुन्दर २१४७,२१४८ १४६५ ७८२ । १६८९ रत्नकलश १५२३ १५०३ १६६४ राणा २१३५ १५३२ १०७१ | १७६५ लब्धिसुन्दर २५५४ १८६० वखतसुन्दर २१४५ १५७६ १२२९ १६३८ वस्ता २१३२ १५६३ १२७२,२२३७ २१३४ १५६४ १६६३ विनयसमुद्र १६३६ सोमकलश २१३२ १६८६ । १८०५ क्षमासुन्दर २१४२ २१४० २१४३,२१४७,२१४८ १८०५ २१४२ आदौकेशगच्छ-पूर्व नागेन्द्र गच्छ १८६० २१४६ | १४४५ कक्कसूरि १७१,१८६,२१४७,२१४८ खरतपा गच्छ--उएश गच्छ ... सिद्धाचार्य सं० ५०२,६२६,८७०,६२५, १५०७ कक्कसूरि १०५५,१०७१,१०६०, ११०५,१३४०,१३४३, १५२८ सिद्धसेनसूरि १३६४,१३६७,१६०३, कच्छोलीवाल (कच्छोइया) पूर्णिमापक्ष २३३६ | १४४६ श्रीमूरि २१६१ २१३६ १७८३ "Aho Shrut Gyanam"

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