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वीकानेर जैन लेख संग्रह
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अष्टांग सम्यक् दर्शन यंत्र पर सं० १७३२ वर्षे ज्येष्ठ सुदि ३ श्री मृ० भ० सुरेन्द्रकीर्ति स्तदानाये खंडेलवा० संगही नरहर दासेन प्रतिष्ठा कारिता सम्मेदसिखरे शुभं भवतु ।।
चांदी के चरणों पर दादाजी श्री जिनदससूरि जी
काण्डक देहरी के लेख
( १४५८ ) स्वस्ति श्री मंगलाभ्युदय सं० १७१३ वर्षे आषाढ़ मा षष्टी तिथौ .. १ युधिष्ठिर पांडु प्र०२ श्री भीम पाण्डव मुनि प्रतिमा ३ श्री अर्जुन पाण्डवे मुनि प्रतिमा ॥४ श्री नकुल मुनि प्रतिमा ।। ५ श्री सहदेव मुनि प्रतिमा ।
( १४५६ )
पाषाण के चरणों पर सं० १६६२ चैत्र वदि ७ दिने श्री धनराजोपाध्याय पादुके
(१४६०)
पाषाण के चरण सं० १६८५ प्रमिते माघ वदि ह दिने बुधवारे श्री खरतर गच्छे। गच्छाधीश श्री जिनराजसूरि विजयराज्ये प्रतिष्ठित ..."हरिस ....... ......
(१४६१)
आदीश्वर पादुका सं० १६८६ वर्षे मारगशि शु........''श्री ॥ बृहत्खरतर गच्छे श्री श्री श्री आदीश्वर पादुका प्रतिष्ठित युगप्रधान श्री ...."जिनराजसूरिभिः श्राविका जयता दे कारिते॥
"Aho Shrut Gyanam"