Book Title: Bharat Bhaishajya Ratnakar Part 03
Author(s): Nagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
Publisher: Unza Aayurvedik Pharmacy
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चिकित्सा-पथ-प्रदर्शिनी
[६९७]
४१९५
"
"
संख्या प्रयोगनाम मुख्य गुण संख्या प्रयोगनाम मुख्य गुण
आसवारिष्ट-प्रकरणम् । ४१५५ पील्वासवः अर्श, अग्निमांद्य, प्लीहा, ३११८ दन्त्यरिष्टः अर्श, उदावर्त, कृमि,
उदर व्याधि । ग्रहणी। ३११९ , अर्श, अरुचि, ग्रह
लेप-प्रकरणम् णी, पाण्डु । मल
३५४४ निशादि लेपः अर्श । और वायुकी गतिको
| ३५४९ , ,
अनुलोम करता है। ३१२१ दशमूलारिष्टः अर्श, अरुचि, ग्रह
४१९३ पिप्पल्यादि , अर्शके मस्से ।
णी,उदावर्त, पाण्डु। ३१२४ दुरालभारिष्टः अर्श, ग्रहणी, उदा.
४९०८ भल्लातकादि, कफार्श। वर्त, अरुचि, तथा मलमूत्र, अपान वायु
रस-प्रकरणम् और डकारका रु
३६५६ नित्योदित रसः अर्श । कना।
४४०९ पित्ताशेहर , पित्तार्श । ३१२५ " " अर्श, ग्रहणी, उदर
| ४४१८ पीयूषसिन्धु , भयङ्कर अर्श, ग्रहरोग, शोथ, गुल्म,
णी, शूल, पाण्डु । अग्निमांद्य ।
४७५३ बोलबद्धो , रक्तार्श, पित्तार्श । ३१२६ दुरालभासवः अर्श, ग्रहणी, पाण्डु। ३१३० द्राक्षासवः अर्श, ग्रहणी, उदा. वर्त, ज्वर, पाण्डु,
मिश्र-प्रकरणम् अग्निमांद्य । ३२३३ देवदाल्यादिगुटिका अर्शके मस्से । ३१३१ ,
अर्श, शोथ, अरुचि, ३६६८ नवनीतादि योगः रक्तार्श । ज्वर, उदर रोग, | ४५०८ पिप्पल्यादि पेया अर्श । पाण्ड।
४७७२ बिल्वशलाटु ४१५४ पील्वासवः अर्श, अग्निमांद्य,
प्रयोगः गुल्म ।
भल्लातकामृतम्
पी
रक्तार्श।
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