Book Title: Bharat Bhaishajya Ratnakar Part 03
Author(s): Nagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
Publisher: Unza Aayurvedik Pharmacy
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चिकित्सा-पय-प्रदशिनी
[७६३]
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संख्या प्रयोगनाम
संख्या प्रयोगनाम ३४७२ नारिकेलामृतम्
मयंकर शूल, अम्लपित्त, परिणाम शूल, अन्नद्रव शूल। शूल, अजीर्ण, अम्लपित्त,तृषा,कब्ज।
३३३१ धात्री लोहम्
मुख्य गुण शूल, परिणाम शूल, अम्लपित्त । कष्ट साध्य शूल, अम्लपित्त। वातज शूल। त्रिदोषज परिणाम
१०३८ पूग खण्डः
४२६९ पश्चात्मको रसः ४३०७ पथ्यादि लोहम्
घृत-प्रकरणम्
शूल, ग्रहणी, गुल्म। ३०५८ दाधिकं घृतम्
४३२७ पानीयभक्तवटी हृदय शूल, पार्श्व
४३३४ पारद द्रुतिः . शूल, गुल्म । शूल, योनिशूल,
४४१४ पीडाभञ्जी रसः आमशूल, विशेषतः गुल्म ।
कृमिशूल । १०८४ पिप्पली , परिणाम शूल।
४४२२ पुनर्नवादिमण्डूरम् परिणाम शूल । ४६७१ बीजपूरा , शूल, यकृष्छूल, पा
१९५२ भीममण्डूर वटकः ॥ " वशूल, गुल्म।
४९६२ भूदारो रसः वातज शूल । रस-प्रकरणम्
मिश्र-प्रकरणम् ३३२८ धात्रीफलाविचूर्णम् पित्तज शूल। ३६७५ नारिकेल योगः परिणाम शूल । ३३३० धात्री लोहम् समस्त प्रकार के | ४४९१ पञ्चकोलसिद्धपेया कफज शूल ।
(५४) शोथाधिकारः कषाय-प्रकरणम्
पैरोका रक्ताश्रित
शोथ । २८६३ दादि कल्कः सर्व शोथ । २८९४ देवदारु-क्षीरम् शोथ।
| ३८२६ पिप्पली मूलादि २९०३ देवद्रुमादियोगः शोथोदर, उदर के
काथः कफज शोथ । कृमि ।
३८४३ पुनर्नवादि कल्कः ३७५६ पटोलादि काथः पित्तजशोथ, तृष्णा, . ३८४९ , काथः शोथ ।
ज्वर। ३८५० , "
शोथोदर, पाण्ड, ३७७० पथ्यादि कषायः उदर और हाथ ।
स्थूलता।
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