Book Title: Bharat Bhaishajya Ratnakar Part 02
Author(s): Nagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
Publisher: Unza Aayurvedik Pharmacy
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संख्या प्रयोगनाम
१७८८ चतुष्पल्लवतैलम् २०४५ जम्ब्वादितैलम्
२०४६
२०४७ जम्ब्वाद्यंतैलम
२०५० जातीपत्रादितैलम् पूतिकर्ण
75
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२३४० त्रिकटुवादि २३५७ त्रिफलादि
भा० ६७
कषायप्रकरणम्
१९९० गुडूच्यादिकाथः खांसी, श्वास १२०८ गुरुपञ्चमूलीकाथः कास, स्वास २२३६ तृणपञ्चमूलादिपयः पित्तज खांसी
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चूर्ण प्रकरणम्
१२९९ ग्रन्थिकादिचूर्णम खांसी १७२३ चित्रकादि कफज खांसी
१७२८ चिन्तामणि
२००७ जीवन्त्याद्यं
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मुख्य गुण
22
चिकित्सा - पथ-प्रदर्शिनी
पूतिकर्ण
कर्णपालीकी सूजन
पूतिकर्ण
कर्णस्राव
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गुटिकामकरणम् १६३५ घनादिगुटिका
२०२३ जीवकाद्यो मोदकः २४०० त्रिजातादिगुटिका
उवास, कास
५ प्रकारकी स्वांसी
ग्वांसी
१३ कासाधिकारः
३ दिनमें खांसी श्वास को नष्ट करती है। कास, क्षत, क्षीणता, खांसी, रक्तवाली खां
सी, ज्वर, क्षत, पार्श्वशूल, हिका, भ्रम । इत्यादि
संख्या प्रयोगनाम लेपप्रकरणम्
१४४२ गैरिकादिलेपः कर्णमूल
मिश्रप्रकरणम्
१६२२ गोमक्षिकाहरयोगः कानसे मच्छर निकालने की विधिः ।
१७५८ चित्रकाद्यवलेहः
१३६४ गुडूच्यादिघृतम्
१३६५
अवलेह प्रकरणम्
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घृतप्रकरणम्
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१८४४ चिञ्चादिवर्तिः
तैलप्रकरणम्
|| १७९९ चन्द्रनाद्यं तैलम् खांसी, राजयक्ष्मा
२०८४ जात्यादिधूम्र
२०८५
धूपप्रकरणम्
मुख्य गुण
खांसी, श्वास, उदररोग
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[ ५२९ ]
वातजकास, अग्निमांद्य
कास, श्वास, क्षय,
गुल्म
धूम्रप्रकरणम्
कास
कास
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रसप्रकरणम्
१५६६ गुणमहोदधिरसः खांसी, श्वासादि सैंकड़ों रोग
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