Book Title: Bharat Bhaishajya Ratnakar Part 02
Author(s): Nagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
Publisher: Unza Aayurvedik Pharmacy

View full book text
Previous | Next

Page 570
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra [ ५५८ ] संख्या प्रयोगनाम कषायप्रकरणम् १९८५ गुडूच्यादिकाथ: मेदवृद्धि चूर्ण प्रकरणम् १२७४ गुडूच्यादियोगः मेदोरोग १७०९ चव्यादिचूर्णम् २३०७ तालपत्रक्षारः २३८५ त्र्यूषणाद्यं चूर्णम् मुख्य गुण १३०८ २३१९ तिलादिक्षारः चिकित्सा - पथ-प्रदर्शिनी 53 www.kobatirth.org गुग्गुलुमकरणम् १३२७ गुग्गुलु रसायनम् मेदरोग, कफज और वातज रोग 19 ३७ मेदोरोगाधिकारः मेदरोग, अग्निमांद्य मेदोवृद्धि स्थूलता, कफ, अग्निमांद्य चूर्णप्रकरणम् १२७२ गुडूच्यादि चूर्णम् यकृत, प्लीह, पाण्डु, अग्निमांद्य, अरुचि, परदेश के पानी से उत्पन्न हुवा ज्वरादि गुटिकाप्रकरणम् १३०७ गुडपिप्पलीमोदकः प्लीहा, यकृत् बालकों के लिए विशेष उपयोगी ! प्लीहा, ज्वर यकृत, प्लीह, गुल्म, अग्निमांद्य २३८१ त्र्यूषणादिचूर्णम् लीहा संख्या प्रयोगनाम ३८ कुलीहाधिकारः २४२६ यूषणादि गुग्गुलुः कफवायु और मेदज दुस्साध्य रोग । २४७७ त्रिफलादितैलम् Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir तैलमकरणम् रसप्रकरणम् २७५६ त्रिमूर्तिरसः मेद, शोथ, आमबात २७८७ त्र्यूषणादिलौहम् स्थूलता मुख्य गुण अवलेहप्रकरणम् १७५७ चित्रकादिलौहम् प्लीहा, यकृत, ज्वर, शोथ, १७७५ चित्रकघृतम् ------ २६०८ ताम्रेश्वरगुटिका For Private And Personal मेद, आलस्य, कफ प्लीह, ज्वर, अफारा, गुल्म, अरुचि, पा पीड़ा, यकृत् १७७६ चित्रपिप्पली घृ. यकृत, प्लीहा रसप्रकरणम् १५४२ गन्धकादिपोटली यकृत, प्लीहा २५६६ ताम्रकल्पः घृतप्रकरणम् दुस्साध्य प्लीहा, यकृत्, ज्वर, प्लीहा, यकृत् पाण्डु

Loading...

Page Navigation
1 ... 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597