Book Title: Bharat Bhaishajya Ratnakar Part 02
Author(s): Nagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
Publisher: Unza Aayurvedik Pharmacy
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चिकित्सा-पथ-प्रदर्शिनी
[५४१]
संख्या प्रयोगमाम मुख्य गुण संख्या प्रयोगनाम मुख्य गुण २२८१ त्रिफलादि काथ कफवर, खांसी, गल- २३१५ तिक्ता चूर्णम् कफपित्तज्वर(रेचकहै)
रोग
२३४१ त्रिकटादि , सन्निपात, वायु २२८४ ,, ,, ज्वर, खांसी २३५३ त्रिफलादि , ज्वर, खांसी, श्वास २२९१ ,, पित्तकफज्वर २३६० , , विरेचन २३०२ त्रिवृतादि , सर्वज्वर (भेदक है) २३६३ त्रिफलाप्रयोगः चातुर्थिकञ्चर २३०४ त्र्यूषणादि , प्रबल सन्निपात ।
| २६६९ तृवृच्चूर्णम् ज्वर, दाह, भारीपन, चूर्णप्रकरणम्
शूल ( भेदी है) १२५३ गुडजीरकयोगः विषमज्वर, अग्निमांद्य १२८७ गोजिह्वादि चूर्णम् शीतज्वर
गुटिकाप्रकरणम् १२९६ गोरोचन , सर्वज्वर
| १३१३ गुडूचीमोदकः विषमज्वर(रसायन है) १६८९ चणकायुद्धृलनम् अधिक पसीनेको । १३१४ गृहधूमगुटिका जीर्णज्वर
रोकता है
२०१० जयन्तीवटी योगवाही १७०२ चन्दनादिलौहम् विषमज्वर । २०१४ जयावटी १७०४ चन्द्रकला चूर्णम् ञ्चर, पाण्डु, अति- २०२४
२०२४ जयपालवटी जीर्णज्वर(विरेचक है)
२०२६ ज्वरनाशिनीगुटिका ( रेचक )
सार, अरुचि १७२७ चित्राङ्गयादि , विषमज्वर, अग्निमांद २४०४ ।
२४०४ त्रिफलादि मोदकः वातज्वर, कास, पा२००० जीरकयोगः विषमज्वर, अग्नि
शूल, अरुचि। मांद्य, शीत २४१४ त्रिवृतादि , सन्निपात २००३ जीरकादि चूर्णम् शीतज्वररोधक
अवलेहप्रकरणम् २३१० तालीसादि , ज्वर, खांसी, श्वास,
१७४८ चतुरङ्गावलेहः ज्वर सम्बन्धी खांसी, अतिसार, वमन, प्लीहा, शोथ, अफारा
अरुचि, श्वास,मूर्छा आदि
१७५३ चतुर्भदावलेहः ज्वर, खांसी, श्वास २३११
, ज्वर, ज्वरके समस्त उपद्रव, अर्श, (बाल
घृतप्रकरणम् कोंके लिए विशेष १३६३ गुडूच्यादिघृतम् ज्वर, खांसी, श्वास, हितकारी-पौष्टिक,
अजीर्ण स्वरवर्द्धक) । १३६६ , , ज्वर
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