________________
हार्दिक अभिनंदन
भगवती आराधनाके पुनमुद्रणके लिए और इस ग्रंथकी कीमत कम
करनेके लिए नीचे लिखे हुओ श्रावक-श्राविकाओंने मिलकर रूपये १०,५००/- का सहयोग दिया है। इसलिए संस्था
उन सभीके अत्यंत आभारी है।
सौ. स्नेहल अरविंद रोकडे, डोंबिवली सौ. चंद्रकांत रमणलालजी कासलीवाल, डोंबिवली श्री. विकास राजेन्द्रकुमार जैन, भोपाल श्री. दिनेशकुमार जैन, कोहेफिजा भोपाल श्री. पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंडल, डोंबिवली सौ. पोर्णिमा शिखरचंद जैन, डोंबिवली श्री. नितीन शिखरचंद जैन, डोंबिवली
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org