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नंदणभह]
( २६१ )
[नंइसणिया
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चौवीसवें तीर्थंकर के तीसरे पूर्व भव का नाम. | ter of the 7th section of Anta. name of the third past life of gada Satra. (२) on नरना the 24th Tirthankara of the શ્રેણિક રાજાની રાણી કે જેણે મહાવીર present cycle of Bharat Kşetra. સ્વામી સમીપે દીક્ષા લઈ, અગિયાર અંગને सम०प०१३.: ( ३ ) पायाने २भयानु- અભ્યાસ કરી, વીસ વર્ષની પ્રવજ્યા પાલી, આનદ કરવાનું સ્થાન મેરૂ પર્વત ઉપર આવેલું सयारे। ३री, सिद्धी भेसवी. राजगृह नगर नन्दन 41. देवनाओं के रमने-श्रानन्द करने के श्राणक राजा की रानी कि जिसने महायोगय स्थान; मेरु पर्वत का नन्दन वन. वीर स्वामी के समीप दीक्षा लेकर ग्यारह the pleasure garden of the अंगों का अभ्यास किया, बीस वर्ष की gods in Nandana forest. 970 प्रवज्या पाला श्रीर अन्त में संथारा कर सिद्धि ६.७: उत. २० ३; भग० ३, १; (४) प्राप्त को. the queen of Srepika આવતી જેવીસીના સાતમા બલદેવનું નામ, king of Rajagriha, who was भागामी चौबीसी के सात बलदेव का नाम. consecrated by Mahāvīra Sva. the name of the 7th Baladeva mi, studied 11 Angas, remainof the corning cycle. सम० ५० ३५; ed a nun for 20 years and २४२; (५) आगीसमा ती ५२ना त्रीन attained salvation after prac. पूर्व गवर्नु नाम. उन्नीसवें तीर्थकर के तीसरे tising Santhari. अंत. ७, २; पूर्व भव का नाम. nama of the third | नंदसाणया श्री (नन्दसैनिका) सूत्रता past life of the 19th Tirthan- भावना याथा मययन नाम. प्रतगढ़ kara. सम. प. २३०;
सूत्र के सातवें वर्ग के चौथे अध्ययन का नाम. मंदणभद्द पुं. (नंदनभद्र ) सभूति वियना Name of the 4th chapter of शिष्य. संभूति विजय के शिष्य. A dis. the 7th section of Antagada
ciple of SambhātiVijaya.कप्प.८; Sutra.(२) नगरना श्रे सजना नंदमाण व. कृ. त्रि. ( नन्दत् ) यान- રાણી જેણે મહાવીર સ્વામી સમાપ દીક્ષા લઈ;
पामता; सभूरि पामतो. श्रानन्द पाता हुश्रा; અગીયાર અંગને અભ્યાસ કરાવીસ વરસની समृद्धि पाता हुआ. Rejoicing; પ્રત્રજ્યા પાલી, સંથારો કરી સિદ્ધિ મેળવી. prosperous. तंदु.
राजगृह नगर के श्रेणिक राजा की रानी नंदमित्त. पुं० ( नन्दमिन) भारतीयोपासीना जिसने महावीर स्वामी के पास दीक्षा ले
भी वासुदेव, आगामी चौबी। के दूसरे ग्यारह अंगो का अभ्यासकर बोस वर्ष वासुदेव का नाम. Name of the 2nd प्रव्रज्या पाल, संथारा कर मोक्ष प्राप्त किया. Vásudava of the coming cycle the queen of the king Srepika सम०प० २४२
who got initiated from the नंदवती. स्त्री. ( नन्दवती ) A सूचना । lord Mahavira studied the 11
સાતમા વર્ગના બીજા અધ્યયનનું નામ. Angas, practised asceticism अंतगह सूत्र के सातवें वर्ग के दूपरे अध्ययन | for twelve years and obtained का नाम. Name of the 2nd chap. | Balvation after performing
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