Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 3
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 615
________________ पुल्फिय. ] एक कालिक सूत्र; दसवाँ उपांग सूत्र A kālika Sūtra so named; the 10th Upānga sūtra. नंदी ४३, निर० ३ १; पुल्फिय. त्रि० ( पुष्पित पुत्रप्राणिजातानियस्य ) पुसवाणु: पुसेलुं पुमित; फूला हुआ; कुत्रुमित. Flowering. निसी० २, ४४; नाया ० ११; १३; १५; भग० ७, ३; १५, १; सु० च० २, ३७२; पुप्फुत्तर. पुं० ( पुत्र्योत्तर ) द्रव्य विशेष; भे लतनी सा२. द्रव्य विशेष; एक जातिकी शकरचीनी A kind of sugar. १७; (२) हरामा हेपलाउनु थे विमान दस देवलोकका एक विमान A celestial abode of the 10th Devaloka. कप० १, २ नाया ० पुष्कुतरा स्त्री० ( पुष्पोत्तरा ) मेड लतनी भीठाई एक जातिकी मिठाई A kind of sweet. पत्र० १७; जं० प० पुप्फुत्तरावसिग. पुं० ( पुष्पोत्तरावतंसक ) દશમા દેવલાકનું એક વિમાન; એની સ્થિતિ વીસ સાગરોપમની છે; એ દેવતા દશમે મહિને શ્વાસાચ્છવાસ લે છે; એને વીસ હજાર वर्षे क्षुधा लागे छे. दसने देवलोकका एक विमान; इसकी स्थिति बीस सागरापम की है, इसके देवता दस महिने श्वासोच्छवास लेते है, इसे बोस सदन वर्षों में क्षुधा लगती है A celestial abode of the 10th heaven; its gods live for 20 Sagaropamas, breathe once in 10 months and feel hungry once in 20000 years. सम० २०; genta. sito ( gouter) og "y". तरा" शह देखो "पुष्कुतरा" शब्द Vide "पुप्फुत्तरा" शब्द. जीवा- ३, ३; पुम. पुं० ( पुंस् ) ५३ष; भाणुस. पुरुष; मनुष्य. A man बिरो० १५०४ दस० ६, ३, Jain Education International ( ६११ ) [ पुर. १२; पत्र० ११; (२) पुरुषवेधः पुरुषन विषय विहार पुरुषवेद: पुरुषका विषय विकार. क० गं० Masculine inclination. २, ११; ५, ६४; – वउ. स्त्री० (-वाक् ) पुस्सिंग; पुरुषवायड पुलिंग पुरुषवाचक शब्द. A word indicating masculine gender. पत्र० ११; पुमत्त. न० ( पुंस्त्व ) पुरुषपशुं पुरुषातन. पौरुष; पुरुषता. Manliness. उत्त० ३४, ३; पुमत न० ( पुंस्त्वक ) पुरुषपशुं पुरुषार्थः पुरुषता. Manliness. दसा० १०, ४; पुमत्ता. स्त्री० ( पुंस्ता = पुंस्त्व ) पुरुषपशुं. पुरुषता. Manliness. ठा०८, १; प्रब० ४० दसा० १०, ३; पुण. पुं० ( * ) हाथीना भेतुं गोण भगवा मे पशु हाथीके समान गोल पैरों बाला एक पशु. An animal having round legs like an elephant. For Private पत्र० १; पुयली. स्त्री० ( * ) पुरुषथिन्ड; सिंग. पुरुषचिन्द; लिंग Penis. यवद्धं कंड्यमाणे पुर्यालि पकोडेमाणे." भग० १५, १; पुयावद्दत्ता. भ० ( प्लावयित्वा ) भी नस्याये નસાડીને કે પૂજા મહત્વ દેખાડીને દીક્ષા आपनी ते; दीक्षानो भेड प्रहार दूसरे स्थानमें भगाकर था पूजा महत्व बतलाकर दीक्षा दान; दीक्षाका एक प्रकार A variety of initiation; initiating by running away in some place or showing the majesty of worship. ०३, २, ४, ४; पुर. ० ( पुर ) नगर, शहेर. नगर; शहर; पुर. A city. नाया • १; भग; ५, २; ११, ११, १५, १; विरो० ६०७; राय० २२२; २८२: प्रव० ६१० वा २, ६४; -राम. पुं० (-गम ) थडेरभां नवं ते. नगरगमन. Going into a city. नाया ० १५; Personal Use Only "" www.jainelibrary.org

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