Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 3
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 622
________________ पुरे. ] ( ६१८ ) [ पुलंपुल. (-सहवाहिनी) मे “पुरिससा,२सपाहिया" brother etc. माया० २, १, ४, २४; २६. देखो “पुरिससहस्मवाहिणी' शब्द. Vide २, १, १०, ५६; निसी० २, ३६; "पुरिससहस्सवाहिणी.' नाया. १; पुरोकाउं. सं० कृ. प्र. ( पुरस्कृत्य ) मा पुरे. अ. ( पुरस् ) प्रथम; पूर्व मनु | पुशन; सीरीन. आगे करके; स्वील्य; पूर्वका: पूर्वजन्मका. Of former times मागे बढ़ाकर. Having placed in or life निमी० १२, १८; front. सूय० १, १, ३, १५; पुरेकड. न० ( पुरस्कृत ) पूर्वममा २२ | पुराह | पुरोहड. ० ( पुरोहत ) मागगर्नु मा. म. पूर्वजन्म कृत कर्म. Deeds done | प्रागेका दरवाजा. A front door. मोघ० नि० ६२२६ iil past lives. दस० ६, ६८; ७, ५७; ८, ६३: १, ३, १: य१. १५.६ पुरोहिय. पुं० ( पुरोहित ) रागनी गोर; पा४५. राजपुरोहित; उपाध्याय. A king's priest. पुरेकम्म न० ( पुरःकर्मन् ) साधुने साला२ उन्ना १४.:: टा. ७, मोव. विवा० વહેરાવ્યા પહેલાં સત પાણીથી હાથ કે ५मु० च० १२, ४; (२) युरोहितपासा बोरे या गj मी. साधुको શાંતિ કર્મકારી; ચક્રવર્તીનાં ચાંદ રત્નમાં आहार वहोराने के पूर्व सचेत जलद्वारा हाथ या मे.. शान्तिकर्मकारी-पुरोहित; चक्रवर्तीके चौदह बरतन धोने मे लगनेवाली क्रिया-दोष..॥ रत्नोंमेंसे एक. (one) of the 14 jewels action incurred by washing of a chakravarti; one who perthe hands or vessel with living forms propitiatory rites. सम. water before any food is १४: पराहरू १, ५: -कम्म.न. (-कर्मन्) offered to all ascetic. दम० ५, पुरोहितनु भ. पुरोहितका कर्म. The १, ३२: ६, २: गह. २. .. act of a priest. विवा० ५; -रयण. पुरक्खड. त्रि० ( पुरस्कृत ) . न० ( -रत्न ) यवनानां यो २लोभानु मागे क्रिया हुआ; धुरकृत. Placed in पुरोहित नामे याथु पये दिय न. चक्रवर्तीके front. पन्न१५ चौदह रत्नोंमेंसे पुरोहित नामक चौथा पंचेन्द्रिय पुरेसंथव. पुं० ( पुरःसर तब ) नया पक्षा रत्न. The five-sensed fourth દાતાર આગળ પિતાના વખાણ કરવામાં jewel out of 14 of a chakraઆવે, તે એવા હેતુથી કે દાતાર સારી રીતે ! varti. पन० २०; २. दान दने के पहिले दातांक सम्मुख अधिक पुलश्र. पुं० ( पुलक ) पुमशि; सयित्त दान मिलनेकी इच्छासे प्रात्म प्रशंसा करना. हिन थानो मे २. पुलकमणि, सचित्त Praising oueself before a donor कटिन पृथ्विकी एक जाति. A kind of with a view that he may give geu. उत्त० ३६, ७६; जीवा० ३, १; _properly. निसी, २, ३८; पुलइय. वि० ( पुलकित ) रोमांय यमेस. पुरसथुय. त्रि० ( पुरःसंस्तुत ) ५५ना परिस्थित, I रोमाञ्चित; पुलकित. Horripulated. सु. भार, मा, हेल . पूर्व परिक्ति; च० २, २२३, माता, पिता, भाई, बहिन प्रादि. Acquaint- पुलंपुल. न० ( * ) निरंतर शा. cd of old e. g. parents, | निरन्तर; सतत; हमेशा. Always. प्रोव० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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