Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 3
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 620
________________ पुरिसज्ज. ] tion and perfect right conduct preventing passion. क० प० २, ३४; - सम. त्रि० ( सम ) पुरुषवे समान पुरुषवेद समान. Like masculine inclination क० ५० ५, ४८ - सहस्स. पुं० ( -सहस्त्र ) भे: हर पुरुषो. एक सहस्त्र पुरुष. One thousand men. नाया ० ५; - सहस्सवाहिणो. स्त्री० ( - सहस्रवाहिनी ) હજાર પુસ્યાને વન ४२नारी; शिश्रिष्टा, सहस्र पुरुषोंको वहन करने वाली - शिबिका - पालकी. A palanquin that carries 1000 men. नाया ० १; ५; ८; १४; भग० ६, ३३; १६, ५; - सागारिय. त्रि० (- सागारिक) शेनांतरीच्या पुरुपनी साथै रहेनार, An attendant. वेय० १, २५-२६-२७-२८; ( ६१६ ) [ पुरिससैया. भानुं प्रयोजन. पुरुषार्थ; मनुष्यत्वका निमित्तप्रयोजन. Manliness. सु० २० ४, ३१३; पुरिसपुंडरीम. पुं० ( पुरुषपुण्डरीक ) छ वासुदेवनुं नाम छटे वासुदेवका नाम Name of the 6th Vāsudeva. प्र१० १२२६: पुरिसयार. पुं० ( पुरुषकार ) लुग्यो “पुरिस २" शह देखो "पुरिसकार" शब्द Vide " पुरिसकार" जीवा ० ४, १; पुरिसलिंग न० ( पुरुषलिङ्ग ) पुरुषनुं थिन्, पुरुषका चित्र Penis. प्र० ४७६ - सिद्ध. पुं० ( - सिद्ध ) पुरुष सिंगे सिद्ध थयेस. पुलिंगद्वारा सिद्ध. Mau - Siddha पत्र० १; पुरिसवर. पुं० ( पुरुषवर ) ४ पुरुष श्रेष्ट पुरुष. An excellent man. भाव० ६, ११ - गंधहत्थि. त्रि० ( - गन्धहस्तिन ) पुषोमां गंधहस्तिनी पेठे श्रे४-प्रधान. पुरुषों में गन्धदस्तिके समान श्रेष्ट. Best amongst men like a particular elephent. भग० १, १ पुंडरीक. पुं० ( पुगडरोक ) પુસ્ત્રોમાં શ્રેષ્ટ શ્વેત કમલ देवी. पुरुषों में श्वेत कमलके समान श्रेष्ट Best amongst men like a lotus. भग० १, १: कप्प० पुरिससीह पुं० ( पुरुषसिंह ) पुरुषामा सिंह समान. पुरुषसिंह; नरकेहरि Like a lion amongst_men. भग० १, १; २, १५ भाव० ६, ११; प्रव० १२२६; (२) पुरुषसिंह नामे यांयभा वासुदेव. पुरुषसिंह नामक पांचवें वासुदेव सम० प० १६६; पुरिससेण. पुं० पुरुवसेन ) मत विवा સુત્રના પ્રથમ વર્ગના ચોથા અધ્યયનનું नाम. अणुत्तरविवाइ सूत्रके प्रथम वर्गके चौथे अध्ययनका नाम. Name the 4th chapter of the 1st group of Aputtarovavāi Sūtra. अयुत्त० १, पुरिसज्ज. न० ( पुरुपीय ) ઉત્તરાધ્યયનના अध्ययननुं अपनाम उत्तराध्ययनके छठे अध्ययनका दूसरा नाम. Another name of the 6th chapter of Uttarādhyayana जावति विजापुरसा इत्यादि." अणुजो० १३१; पुरिसकारिय. न० ( पुरुषकार्य ) पुरुषार पराभ पुरुषकार; पराक्रम. Manliness. | दस० ५, २, ६: पुरिसक्कार. पुं० ( पुरुषकार ) पुरुषाभिमान; भः पुरुषाभिमान, पुरुषार्थ, पौरुष. Manliness; valour. सू० प० १६; उवा० १, ७३; जं० प० ७, १६६: मोव० ३८ ठा० १, १, भग० १, ३; नाया ० १; ८; पत्र० २३ - परक्कम. पुं० ( - पराक्रम ) भનગી भरे पराम्भ माहुरी. पराक्रम; शूरता; बहादुरी; पुरुषार्थ. Valour; bravery. भग० ३, ६, ७, ७, १२, ५, पुरिसत्य. पुं० ( पुरुषार्थ ) पुरुषार्थ; मनुष्य Jain Education International For Private Personal Use Only www.jainelibrary.org

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