Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 3
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

View full book text
Previous | Next

Page 577
________________ पास.1 ( ५७३ ) [पासड. भग० ७, ७; दसा० ५, २०-२१; | मादि. A follower of the 23rd २४, २५; विवा० १; राय० २६४ः । Lord Parsvanātha. सूय० २, ७, पासिउं. हे. कृ. पन्न० १; ५; भग० १, ६; २, ५, ५, ६, ६, १२; पासितु. भत० ३८; राय० २१४; -ठि. त्रि. (-स्थित ) पासप्र. दस० ४,; पासे २हेस. पास रहा हुमा; समीपस्थित. (one) पासमाण. नायर० ८; भग० १, ३३; १६, | who has remained near. प्रव० ६ ० प० २, ३१%3B ६४२; -सूल. न० ( -शूल ) ५४ार्नु पासं. विशे० ६७७ श-पी. पसलीका पीड़ा. A pain of पासंत. पि. नि० ३६५; the ribs. भग० ३, ७; पास. पुं० (पाष ) से नाभना देश. इस पास. पुं० ( पाश ) पासी; म-धन; शत्र नामका देश. A country so named. विशेष. पाश; फन्दा; शस्त्रविशेष. A net; (२) वि० ते देशमा २नार. इस देशका a noose; a trap. माया० १, ३, २, निवासी. An inhabitant of this १११; उत्त० ४, २; सूय० १, ४, १, ४; country. पन० १; जीवा०३, ४; नाया०१%, -गाह. पुं० (-ग्राह) पास. पुं० ( पार्श्व ) वीशमा तीर्य३२नाम. पाशा बासना२. पाशज नामक शस्त्र तेईसवें तीर्थकरका नाम. Name of the 23rd धारी. (one) who goes holding Tirthankara. प्रव० २६४; पाव० २, a particular weapon (an axe). ४; क्य. ६, १४९% भग० ५, ६, ज० ५० ३, ६७, -बंधण. न० (-बन्धन) ३२, ३३, २०, ८, अणुजो० ११६; सम. पाशमानुसन्धान. पाशल बन्धन, A noose ८, २३, २४, उत्त० २३, २६; सम० ८; or bond of........नाया. 19; ठा. २, ४; नाया. घ. ; निर० ३, १; | पासपो. भ. (पार्श्वतम् ) ५७; न . (२) पासे; न७४-५७. पासमें; निकट; पडौसमें. पास; नजदीक; नीकट. Near; at hand. Near by in the vicinity or ज. प. ५, ११५, भग. ७, ७; नाया. neighbourhood. " पासेविंइ" नाया० १४; नंदी० १०राय० ७०%; १६; स्य. १, ४, १, ३; नाया. १; १४; | पासंगिय. त्रि० ( प्रासंगिक ) प्रसंगोपात. १७; सु. च. १, २७१; उत्त० १४, ४७; | प्रसंगोपात्तः प्रसंगवरा मायाहुमा, प्रासंगिक. विरो• १४७१; (3) ५७ पासुं. A side; | Incidental. विरो० १३४७; a rib. माया• १, १, २, १६; ठा. २, J पासंड. पुं० ( पाषंड ) धर्मन नामे याला ३; जीवा० ३, १; जं. ५० ५, ११४; ढांग; मिथ्या दर्शन. धर्माडम्बर; मिथ्याधर्म-दर्शन. ११७; उत्त० २७, ५, पि. नि. भा० १६ Hypocrisy or vain show of क० ५० १, ४०; प्रव० ५४३; दसा० ६, | religion; heresy. भणुजो० १३१; ४; मोव० १०; ३१; भग० १२, ६; पिं० उत्त० १७, १७, जं. प. उवा० १, ४४, नि० ५८२; तंड. -अवधिज. पुं० (२) वि० पाडी; नास्ति. पाखण्डी; नास्तिक. ( -अपत्यीय ) २३भा पावनाय लगवान्ता An atheist; a heretic. ठा० १०; अनुयायी-शिष्य-अशिष्य वगेरे. २३ वा -स्थ. पुं० (-स्थ ) पाणी; पुमति. पार्श्वनाथ भगवानके अनुयायी-शिष्य-प्रशिष्य | पाखंडी; कुमति; दुष्ट-बुद्धि. An atheist; Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646 647 648 649 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705