Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 3
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 542
________________ पव्यय. ] ( ५३८ ) पव्ययंत व. कृ. उत्त०.६, ५; नाया० ५, पन्यावे. प्रे० भग० २, १, १८, २: नाया ० १; नाया० घ० निसी० १, ३३; Jain Education International पन्यावेज्ज प्रे० भग० ६, ३१; पव्वावेह नाया० ८; पन्चावेइत्ता. प्रे० सं. कृ. भग०६, ३३; पव्वाविडं. प्रे० भग० १८, २; पव्वावित्तर. प्रे० वेय० ४, ४ ठा० २, १; वव ० ७, ६; पन्धावंत. निसी० ११, ३३; पत्र- य. पुं० (पर्वत) पहाड; डुंगर; पर्वत. पहाड़ पर्वत A mountain. जं० प० २, ३३, ३, ४१, ५, ११४; ६, १२५; ७, १४० ओ० ३०; ठा० २, ३; सम० ७; उत्त०६, ४८; सू० १०८ निर० ५, १, नाया ० १; ५; १६; भग० १, ८ २, १-८; ३, २, ५, १, ६, ५, १५, १; १६, ६; दस० ७, २६: ६, १, ८ सूय० २, २, ८, निसी० १२, २२, सु० च० २, १७६, जीवा ० ३, ३; जं० १० - ध्याउय. त्रि० (-भायुष्क) पर्वतना भेटला आयुष्यवाणो पर्वत समान श्रायुष्यवाला (one ) having an age like a mountain. जं. प० ५, ११४; उदा० १, ७४ ८, २५३; भत० २८; क० गं० ७, १६; कम्प० ३, ५२; ग. न० ( - अग्र) पढाउनी टोय. पहाड़की चौटी. A summit of a mount. दसा ० ६, १; - दुग्ग. पुं० ( -दुर्ग ) पर्वतनो लो; पवत उपर डिल्लो पहाड़ी किला; पहाड़ पर बना हुआ किला. A mountaiu-stronghold. प्रव० १४६७; - मह. पुं० ( -मह ) पर्वतन उत्सव. पार्वतीय उत्सव. A mountain festivity. भग०६, ३३; राय. पुं० ( - राज ) પર્વતના રાજા મેરૂ પર્વત. मेरु पर्वत. The king पर्वतका राजा of the mountains; the Meru mount. जं० प० ७, १४० ; – विदुग्ग. पुं० (-बिदुर्ग) पर्वत समूह पर्वत समूह. A group of mountains. भग० १, ८ निर० १२, २२; - संठिय. त्रि० (-संस्थित) પર્વતને આકારે રહેલ. पर्वताकारस्थित. Remaining in the form of a mountain. भग०८, २ समिय. त्रि० ( समिक) पर्यंत समान पर्वत के समान. Like a mountain. जं० प० १, १२; पव्यय. पुं० ( प्रत्रतक ) प्रत्रत:- जीज्न वासुहेवना त्री पूर्व लवनुं नाभ. प्रत्रतक-दूसरे वासुदेवके तीसरे पूर्व भक्का नाम Name of the 3rd previous life of the 2nd Vasudeva. सम० ५-२३६; पoराहु. पुं० ( पर्वराहु ) सूर्य तथा चंद्रनुं ग्रहण उनार मे अह सूर्य चंद्रको प्रसनेवाला एक ग्रह. A planet which preys upon the sun and moon. भग० १२, ६; सू० प० २०; ~ पव्व६. घा० I ( प्र + व्यथ ) पीडा उज्जववी. पीड़ा उत्पन्न करना. To afflict. पहंति भग० ३ १; पप्यहेज्जा. वि० सू० १, १४, ६, पosहिज्जमारण. नाया ० १६; पoत्रहण न० ( प्रव्यथन ) लय उत्पन्न हो; व्यथा ४२वी भय उत्पन्न करना; व्यथा होना; पीड़न Causing pain or fear. ओव० ४०; राय० २६४; पञ्चहिय. त्रि० ( प्रव्यथित ) अमन व्यथा - पीडा पामेस हु: खी थयेस. प्रबलव्यथासे पीड़ित; दुःखप्राप्त. Distressed; troubled. आया ० १, १, २, १४; १, २, ६, ६७; सूर्यनी બાહ્ય પરિपरिषद 'The ex पत्रा स्त्री० ( पर्वा ) ६. सूर्य की बाह्य ternal assembly of tho Suu. जं. प. ७, १५१; जीवा ० ३, ४, [ पचा. For Private Personal Use Only www.jainelibrary.org

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