Book Title: Agam 36 Chhed 03 Vyavahara Sutra Bhashya
Author(s): Sanghdas Gani, Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati
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परिशिष्ट-४
[१०१
प्र.गाथा
सं.गाथा
प्र.गाथा
सं.गाथा
प्र.गाथा
सं.गाथा
प्र.गाथा
सं.गाथा
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१. मुद्रित टीका में ४३६ के स्थान पर ४२६ का अंक है।
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