Book Title: Agam 36 Chhed 03 Vyavahara Sutra Bhashya
Author(s): Sanghdas Gani, Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 854
________________ प्रयुक्त ग्रन्थ सूची [ २५६ ग्रन्थ नाम लेखक, संपा. संस्करण - प्रकाशक सन् १९८७ जैन विश्व भारती, लाडनूँ उत्तराध्ययन (नवसुत्ताणि) वा. प्र. आचार्य तुलसी सं युवाचार्य महाप्रज्ञ उत्तराध्ययन नियुक्ति आ. भद्रबाहु सं. समणी कुसुमप्रज्ञा उत्तराध्ययन शांत्याचार्य टीका | आ. शांत्याचार्य सम्पादित, अप्रकाशित सन् १९१७ देवचन्द्रलालभाई जैन, पुस्तकोद्धार फण्ड, बम्बई जैन विश्व भारती लाडनूं, राज. आगमोदय समिति, महेसाणा. एकार्थक कोश सं. समणी कुसुमप्रज्ञा सन् १९८४ ओघनियुक्ति सन् १९१६ आ. भद्रबाहु सं. शूबिंग कल्पसूत्र कसायपाहुड सन् १६४४ भारतीय दिगम्बर चौरासी, मथुरा सं. पं. फूलचन्द, पं. महेन्द्रकुमार, पं. कैलाशचन्द्र कौटिल्याचार्य सं. वाचस्पति गैरोला कौटिलीय अर्थशास्त्र चतुर्थ सं १९६१ चौखम्बा विद्याभवन, बनारस गणधरवाद आ. जिनभद्रगणि सन् १९८२ सं. महोपाध्याय विनयसागर डॉ. अवधबिहारीलाल अवस्थी| सन् १९६८ गरुडपुराण गोम्मटसार जीवकाण्ड नेमिचन्द्र सिद्धान्त शास्त्री सन् १६२७ जंबूद्वीपप्रज्ञप्ति टीका आ. शांतिचन्द्र सन् १९२० राजस्थान प्राकृत भारती संस्थान जयपुर श्रीमती आशा अवस्थी कैलाश प्रकाशन, लखनऊ सैन्ट्रल जैन पब्लिशिंग हाऊस, लखनऊ देवचन्द्र लालभाई, जैन पुस्तकोद्धार फण्ड, बम्बई बबलचन्द्र केशवलाल मोदी, अहमदाबाद जैन साहित्य संशोधक समिति अहमदाबाद बबलचन्द्र केशवलाल मोदी, अहमदाबाद जीतकल्प आ. जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण जीतकल्पचूर्णि सन् १९२६ आ. सिद्धसेनगणि सं. जिनविजयजी जीतकल्पभाष्य जिनभद्रगणि सं मुनि पुण्यविजयजी डॉ. जगदीशचन्द्र जैन चौखम्बा विद्या भवन, वाराणसी जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज जैन धर्म पं. कैलाशचन्द्र सन १६६६,चतुर्थ सं.. भारतीय दिगम्बर जैन संघ, मथुरा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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