Book Title: Agam 30 Mool 03 Uttaradhyayana Sutra Part 02 Uttarajjhayanani Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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ઉત્તરઝયણાણિ
८८०
પરિશિષ્ટ ૧: પદાનુક્રમ
७-४८
से न अच्छइ मंडले ३१-3 थी २० सो बीयरुइ ति नायव्वो से नाहिई मच्चुमुहं तु पत्ते २०-४८ सोयगिझं विवज्जए से नूणं मए पुव्वं
२-४० सोयग्गिणा आयगुणिधणेणं से फासबले य हायई १०-२५ सोयस्स सदं गहणं वयंति सेयं ते मरणं भवे
२२-४२ सो रिटुनेमिनामो उ सेयं पव्वइउं मम
२२-२८ सोरियपुरंमि नयरे सेयमयंति मन्नई
५-८ सोलसविहभेएणं से विणीए त्ति वुच्चई
१-3 सोवागकुलसंभूओसे वि य सुस्सुयाइत्ता
२७-७ सोवागजाई दुहओ गयाणं से वि सावत्थिमागए
२. 3-७ सोवागपुत्ते हरिएससाहू से संजए सुव्वए तवस्सी १५-५ सोवागा कासिभूमिए से समिए त्ति वुत्त्वई ताई ८-८ सो बिंतम्मापियरो! से सब्बबले य हायई १०-२६ सो वि अंतरभासिल्लो से सव्वसिणेहवज्जिए १०-२८ सो वि राया तवं चरे सेसाणि उ अप्पसत्थाई २६-२८ सोवीररायवसभो सेसावसेसं लभउ तबस्सी १२-१० सो समासेण छब्विहो से सिक्खं लडुमरिहई ११-१४ सो सुत्तरुइ ति नायचो से सुव्वए होइ मुणीण मज्झे १७-२१ सोहम्मंमि जहन्नेणं से सिक्खं मच्चुमुहोवणीए १.३-२१ सोहम्मीसाणगा तहा से सोयवले य हायई १०-२१ सोही उज्जुयभूयस्स सोइंदियनिग्गहेणं भंते ! जीवे....२८ २०६३ सो हु कंखे सुए सिया सोऊण तस्स वयणं
२२-१८ सो होइ अभिगमरुई सोऊण तस्स सो धम्म १८-१८ सोऊण रायकन्ना
२२-२८ हए मिए उ पासित्ता सो एवं तत्थ पडिसिद्धो २५-८ हओ न संजले भिक्खू सो करिस्सइ उज्जोयं २३-७६,७८ हंसा मयंगतीरे सो कुंडलाण जुयलं २२-२० हट्टतुट्ठमलंकिया सो खलु आणारुई नाम २८-२० हणाइ वेयाल इवाविवन्नो सो खलु किरियाई नाम २८-२५ हणाइ सत्थं जह कुग्गहीयं सोगेण उ समुत्थया २२-२८ हणेज्जा कोइ कत्थई सोच्चाभिनिक्खम्म पहाय भोए १४-3७ हत्थागया इमे कामा सोच्चाणं जिणसासणं
२-६ हथिणपुरम्मि चित्ता सोच्चाणं फरुसा भासा २-२५ हम्मंति भत्तपाणेसु सोच्चाण मेहावी सुभासियं इमं २०-५१ हम्मिहंति बहू जिया सोच्चा नेआउयं मग्ग 3-८; ७-२५ हयं भदं व वाहए
3६-२४८ हयमाइगोणमाइ सो तवो दुविहो वुत्तो
30-७ हयाणीए गयाणीए सो तस्स सव्वस्स दुहस्स मुक्को ३२-११० हरतणू महिया हिमे सो तेसु मोहा विगई उवेइ ३२-१०१ हरा हरंति त्ति कहं पमाए? सो दाणिसिं राय ! महाणुभागो १३-२० हरिएसबलो नाम सो देवलोगसरिसे
-3 हरियकाया य बोद्धव्वा सो धम्मरुइ त्ति नायव्वो २८-२७ हरियालभेयसंकासा सो पच्छा परितप्पई
५-१३ हरियाले हिंगुलुए
२८-२३ हिरिसेणो मणुस्सिदो
१८-४२ १.९-५ हलिदाभेयसनिभा
३४-८ १४-१०- हवई किच्चाणं सरणं
१-४५ 32-34, 3६ हसियं थाणयकंदियं
१६२२-५ हसियं भुत्तासियाणि य
૧૬-૧૨ २२-१,3 हालिद्दा सुक्किला तहा 38-१६, ७२ 33-११ हासं किडे रई दप्पं
११-६ १२-१ हासं कीडं च वज्जए 13-१८ हासं भयं सोगपुमित्थि वेयं ૩૨-૧૦૨ १२-3७ हासे भए मोहरिए
२४-९ १३-६ हिंगुलुयधाउसंकासा
३४-७ १५-७६ हिंसगा अजिइंदिया
૧૨-૫ २७-११ हिंसे बाले मुसावाई
५-८:9-4 १८-39 हियं तं मन्त्रए पण्णो
१-२८ १८-४७ हियं विगयभया बुद्धा
१-२८ 3०-१० हियं सया बंभवए रयाणं
३२-१५ २८-२१ हियनिस्सेयसबुद्धिवोच्चत्थे
८-५ उ६-२२२ हियनिस्सेसाए सव्वजीवाण उ६-२१० हिरण्णं जायरूवं च
૩૫-૧૩ 3-१२ हिरण्णं पसुभिस्सह १४-२७ हिरण्णं सुवण्णं मणिमुत्तं
८-४६ २८-२३ हिरिमं पडिसंलोणे
११-१३ हिरिली सिरिली सिस्सिरिली
उ६-८७ १८-६
हीलं च निंदं च खमाह भंते ! १२-30 हुज्जा गायविरहणा
२-३४ हुयासणे जलंतम्मि
१८-४९, ५७ १८-१६ हेऊकारणचोइओ ८-८, ११, १3, १७, १८, २३, २०-४४
२५, २७, २८, ३१, 33, 39, २०-४४
3८,४१,४३,४५,४७, ५०, ५२ २-२७ हेऊहि कारणेहि य
२७-१० ५-६ हेट्टिमा उवरिमा वेव
3६-२.१३ १३-२८ हेट्टिमामज्झिमा तहा
૩૬-૨૧૩ उप-११ हेट्ठिमाहेट्ठिमा चेव
38-२१३ २२-१८ होइ किण्हाए
३४-४३ १-39 होइ वायस्स कोत्थलो
१८-४० 38-१८० होई भागेण तेऊए
३४-५२ १८-२ होक्खामि त्ति अचेलए
२-१२ उ६-८५ होमं हुणामी इसिणं पसत्थं १२-४४ १४-१५ होमि नाहो भयंताणं
२०-११ ૧૨-૧ उ६-८५
३४-८ उ६-७४
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