Book Title: Agam 18 Upang 07 Jambudveep Pragnapti Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Chhaganlal Shastri, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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________________ सप्तम वक्षस्कार] [343 भगवन् ! जम्बूद्वीप में मेरु पर्वत से तीसरा प्राभ्यन्तर चन्द्र-मण्डल कितनी दूरी पर बतलाया गया है ? गौतम ! जम्बूद्वीप में मेरु पर्वत से तीसरा आभ्यन्तर चन्द्र-मण्डल 4489211 योजन तथा 61 भागों में विभक्त एक योजन के एक भाग के 7 भागों में से 1 भाग योजनांश की दूरी पर बतलाया गया है। इस क्रम से निष्क्रमण करता हुआ चन्द्र पूर्व मण्डल से उत्तर मण्डल का संक्रमण करता हुआ एक-एक मण्डल पर 361 योजन तथा 61 भागों में विभक्त एक योजन के 7 भागों में से 4 भाग योजनांश की अभिवृद्धि करता हुआ सर्वबाह्य मण्डल का उपसंक्रमण कर गति करता है / भगवन् ! जम्बूद्वीप में मेरु पर्वत से सर्वबाह्य चन्द्र-मण्डल कितनी दूरी पर बतलाया गया है ? गौतम ! जम्बूद्वीप में मेरु पर्वत से सर्वबाह्य चन्द्र-मण्डल 45330 योजन की दूरी पर बतलाया गया है। भगवन् ! जम्बूद्वीप में मेरु पर्वत से दूसरा बाह्य चन्द्र-मण्डल कितनी दूरी पर बलताया गया है ? गौतम ! जम्बूद्वीप में मेरु पर्वत से दूसरा बाह्य चन्द्र-मण्डल 4526315 योजन तथा 61 भागों में विभक्त एक योजन के एक भाग के 7 भागों में से 3 भाग योजनांश की दूरी पर बतलाया गया है। भगवन् ! जम्बूद्वीप में मेरु पर्वत से तीसरा बाह्य चन्द्र-मण्डल कितनी दूरी पर बतालाया गया है ? गौतम ! जम्बूद्वीप में मेरु पर्वत से तीसरा बाह्य चन्द्र-मण्डल 452571 योजन तथा 61 भागों से विभक्त एक योजन के एक भाग के 7 भागों में से 6 भाग योजनांश की दूरी पर बतलाया गया है। इस क्रम से प्रवेश करता हुआ चन्द्र पूर्व मण्डल से उत्तर मण्डल का संक्रमण करता हुआ एकएक मण्डल पर 3635 योजन तथा 61 भागों में विभक्त एक योजन के एक भाग के 7 भागों में से 4 भाग योजनांश की वृद्धि में कमी करता हुआ सर्वाभ्यन्तर मण्डल का उपसंक्रमण कर गति करता है। चन्द्र-मण्डलों का विस्तार 180. सव्वम्भंतरे णं भन्ते ! चंदमंडले केवइअं पायामविक्खम्भेणं, केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! णवणउई जोअणसहस्साई छच्चचत्ताले जोपणसए पायामविक्खम्भेणं, तिणि प्र जोअणसयसहस्साइं पण्णरस जोनणसहस्साई अउणाणति च जोषणाई किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं पण्णते। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org