Book Title: Agam 18 Upang 07 Jambudveep Pragnapti Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Chhaganlal Shastri, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 468
________________ परिशिष्ट--२: स्थलानुक्रम] [407 241 250 245 248 43 सीओअप्पवायकुण्ड सीप्रोग्राकूड सीअोपा महाणई सीहपुरा (राजधानी) सुकच्छ (विजयक्षेत्र) सुकच्छकूड सुपम्ह (विजय) सुभा (राजधानी) सुलस (द्रह) सुरदेवीकड सुरादेवीकड सुवग्गू (विजय) सुवच्छ (विजय) सुवण्णकूला (महानदी) सुवण्णकूलाकूड सुवप्प (विजय) सुसीमा (राजधानी) सुहत्थी (दिशाहस्तिकूट) सुहम्मा (सभा) सुहावह (वक्ष. पर्वत) सूर (द्रह, वक्षस्कार पर्वत) 204 सोमणस (वक्षस्कारपर्वत) 205 सोमणसवण 204 सोवत्थिअकड 248 संख (विजय) 233 संणिवेस 232 संबाह 248 हरिकूड 240 हरि महाणई 244 हरिकंतकूड 190 हरिकंतदीव 270 हरिकंतप्पवायकुंड 248 हरिकता महाणई 240 हरिवास (क्षेत्र) 269 हरिवासकूड हरिस्सह (कूट) 248 हिमवयकूड 240 हिरिकूड हेमवन (क्षेत्र) 214 हेमवयकूड 248 हेरण्णवय (कूट) 244, 248 हेरण्णवयवास 43 205 201 200 198 198 198 195 200 270 200 253 267 267 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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