Book Title: Agam 18 Upang 07 Jambudveep Pragnapti Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Chhaganlal Shastri, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 470
________________ [409 276 134 276 278 276 279 54 वचन 392 278 392 392 382 276 279 279 25 278 272 परिशिष्ट-३ : व्यक्तिनामानुक्रम] दोसिणाभा धारिणी (रानी) निरुई पउमावई पडिस्सुई (कुलकर) पभंकरा पयावई पसेणई (कुलकर) पालय (देव) पीइगम पिउ पुण्डरीपा पुप्फ (देव) पुप्फमाला पुहवी पूस बम्हा बलाहगा वंभी (आर्या) भग (देवताविशेष) भद्दा भरह (भरत चक्रवर्ती) भरह (देवविशेष) भोगमालिनी भोगवई भोगंकरा मणोरम मरुदेव (कुलकर) मरुदेवा (नाभि पत्नी) महाविदेह (देव) महावीर महाहिमवंत (देव) मागधतित्थकुमार मालवंत (देव) मित्र मिस्सकेसी 388 मेहमालिनी मेहमुह 392 मेहंकरा लिच्छिमई वच्छमित्ता 388 वरुण 392 वरुण 54 वसुंधरा 291 बसू 298 वहस्सइ 392 वाऊ 279 वारिसेणा 298 वारुणी विचित्ता 279 विजय (देवविशेष) 392 विजया 392 विज्जाहर 276 विणमि (विद्याधर राजा) 62 विण्हू 392 विमल (देव) 379 विमलवाहण (कुलकर) 87 विस्सा 179 वुड्डी 272 वेजयन्ती 272 वेयड्डगिरिकुमार (देवविशेष) 272 वेसमण 298 सक्क (शकेन्द्र) सप्प 55 समाहारा 207 सव्वग्रोभद्द (देव) 4 सव्वप्पभा 200 सविया सामी (स्वामी----महावीर) 296 सिरिवच्छ 392 सिरी 279 सीमा 148 392 298 393 398 278 GcM 392 278 298 279 392 298 279 279 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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