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सन्दर्भ-ग्रन्थों में प्राप्त वणिक-वृत्त
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लक्षण
सन्दर्भ-ग्रन्थ सङ्केताङ्क
प्रस्तार- छन्द-नाम संख्या ८०.
सुराक्षी ८६. कुवलयमाला ९.. कलापान्तरिता ६६. द्वारवहा १००. विशदच्छायः ११०.
इन्द्र: ११२. विपुलभुजा १२१. हीराङ्गी
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१७. १७; भारवहा-१७. १७. १७; ऐन्द्री-१७.
१०.
१७; पणवः-२, १०, १८, २०; पणवक-१६ पणला-२२. कुवलयमाला-११ १७, बाला-१७. २, ३, ५, ६, १०, १३, १७, १८, १६, २२.
१४७. १७१.
हेमहासः मयूरसारिणी
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१७; लाजवती-१७.
१०.
१७. १६. १७. १०; प्रसरा-१७. १०, १६; केरम्-१७. १७; वितानम्-४. १० प्रमिता-११.
१७२. सुखला १७३.
नमेरुः १६५.
कलिका १६६. गणदेहा २०५. मदिराक्षी २०८.
नरगा २१७. उद्धतम् २१६. मणिरंग: २२०. उदितम्. २३६. माला २४४. बलधारी २५१. अचलपंक्तिः २५२.
असितधारा २५३.
उन्नालम् २५४.
निरन्तिकम् २५५. उपधाय्या २५६.
तनिमा २६३. विशालान्तिकम २६४.
विशालप्रभम् २६६ चरपदम्
उपसंकुला
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१७.