Book Title: Vruttamauktik
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishtan
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५२६ ]
वृत्तमौक्तिक-प्रष्टम परिशिष्ट
नाम
कर्ता एवं टीकाकार
उल्लेख
९६ छंदोरत्नाकर
९७ छंदोरत्नावली
सी सी.,हि.एस. [उल्लेखसंगीतनारायण और लक्ष्मी
नाथभट्टकृत-पिंगलप्रदीप] अमरचन्द्र कवि जैन - ग्रंथावली [उल्लेख
मेघविजयकृत-वृत्तमौक्तिक
दुर्गमबोध घनसागर p/० गुणवल्लभ रा.प्रा.प्र. जोधपुर
उपाध्याय
सी.सी.
।
९८ छंदोरहस्य
जगद्धर
सी.सी. बड़ोदा केटलॉग, सी.सी.
सुखदेव
सी.सी. ., [उल्लेख-काव्यादर्श१।१२]
१०६
९९ छंदोलक्षण १०० छंदोलघुविवेक १०१ छंदोऽलङ्करण १०२ छंदोविचय १०३ छंदोविचार १०४ छंदोविचिति १०५
भाष्य १०७ , टीका १०८ छंदोविन्मण्डन १०६ छंदोविलास ११० छंदोविवेक १११ छंदोवृत्तरत्न ११२ छन्दोवृत्ति ११३ छन्दोव्याख्या ११४ छन्दश्शतक
पतञ्जलि दण्डी ? यादवप्रकाश ? शंकरभट्ट स्वामी चन्दनदास श्रीकण्ठ
हि.एस. प्रकाशित सी.सी.
श्रीनिवास
अनूप
हर्षकीति
११५ छन्दोऽष्टादशक
रूपगोस्वामी
राजस्थान के जैन शास्त्रभण्डार, जयपुर भा. ४ सी. सी. [उल्लेख-वैष्णवतोषिणी सी. सी. प्रकाशित हि. एस.
११६ छन्दोहृदयप्रकाश ११७ जगद्विजयछन्दः ११८ जगन्मोहनवृत्तशतक ११६ जनाश्रयी १२० पिङ्गलछन्दःशास्त्रसंग्रह
वासुदेवब्रह्मपण्डित जनाश्रयः
मधुसूदन पुस्तकालय, लाहोर सूचीपत्र प्रकाशित
१२१ पिङ्गलछन्दःसूत्र
पिङ्गल

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