Book Title: Vruttamauktik
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishtan
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सहायक-प्रन्थ
६६.
रूपगोस्वामी रामचन्द्र भट्ट रूपगोस्वामी रामचन्द्र भट्ट रूपगोस्वामी
७१. ७२. ७३. ७४. ७५. ७६.
सं० पो० कण्ठमणि शास्त्री रूपगोस्वामी दु:खभञ्जन कवि
७७.
८२.
८३.
८४.
रंगक्रीडास्तोत्र रसिकरञ्जनम् रासक्रीडास्तोत्र रोमावलीशतक वत्सचारणादिस्तोत्र वर्षाशरविहारचरितस्तोत्र वल्लभवंशवृक्ष वस्त्रहरणस्तोत्र वाग्वल्लभ वाजसनेयी संहिता वाणीभूषण वार्ता साहित्य एक बृहत् अध्ययन विजयदेवमाहात्म्य विज्ञप्तिपत्री विज्ञप्तिलेख-संग्रह प्रथम भाग वृत्तजातिसमुच्चय वृत्तमुक्तावली वृत्तरत्नाकर नारायणीटीकायुत वेदविद्या वैदिक छन्दोमीमांसा वैदिक-दर्शन . वैदिक-साहित्य शतपथ ब्राह्मण शिशुपालवध श्रुतबोध शृङ्गारकल्लोल सुदर्शनादिमोचनस्तोत्र सुवृत्ततिलक सौन्दर्यलहरी स्वयंमूछन्द सप्तसन्धानमहाकाव्य सभाष्या रत्नमञ्जूषा संस्कृत साहित्य का इतिहास
दामोदर डॉ० हरिहरनाथ टंडन श्रीवल्लभोपाध्याय समयसुन्दरोपाध्याय सं० मुनि जिनविजय सं० हरिदामोदर वेल्हणकर देवर्षि कृष्णभट्ट केदारभट्ट, नारायणभट्ट डॉ. वासुदेवशरण अग्रवाल युधिष्ठिर मीमांसक डॉ० फतहसिंह रामगोविन्द त्रिवेदी
८५.
८६.
६५.
६७.
६८.
माघकवि कालिदास रायभट्ट रूपगोस्वामी क्षेमेन्द्र शंकराचार्य सं० हरि दामोदर वेल्हणकर महो० मेघविजय सं० हरि दामोदर वेल्हणकर कीय वाचस्पति गैरोला लक्ष्मीनाथ भट्ट रूपगोस्वामी शंकराचार्य
१००. १०१.
१०२.
१०३. १०४. १०५. १०६.
सरस्वतीकण्ठाभरण-टीका हंसदूतम् हरिमोडे-स्तोत्र हिमांशुविजयजी नां लेखो

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